बालाघाट : शिक्षक ने छेड़ी अनूठी मुहिम,परिवार के 5 लोगो को खोया, लोगो को दे रहे कोरोना से बचने का सन्देश

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 कोरोना संक्रमण महामारी की दूसरी लहर ने देश के साथ ही बालाघाट जिले के भीतर भी अपनी त्रासदी का वो रूप दिखाया जिसमें कई लोगों ने अपनों को खो दिया। कई ऐसे परिवार जिनमें 1 से अधिक लोगों की मौत हो गई। कुछ इसी तरह का वाकया किरनापुर तहसील के मौदा गांव निवासी एक शिक्षक के साथ हुआ है। शिक्षक ने परिजनों की मौत से सीख ली और अब हर किसी को कोरोना के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
कोरोना से परिवार के 5 सदस्यों की हुई मौत
किरनापुर क्षेत्र के ग्राम मौदा निवासी गणित के व्याख्याता विनोद बागड़े जिनके परिवार से कोरोना महामारी ने 5 सदस्य माता, पिता चाची, चचेरा भाई और बुआ को छीन लिया है। कोरोना की कठिन परिस्थिति को देखते हुए श्री बागड़े ने तेरहवीं कार्यक्रम करने के बजाए लोगों को वैक्सीनेशन करने के लिए जागरूक करना बेहतर समझा। लोगों को जागरूक करने के लिए इनके द्वारा अपने घर के अलावा गांव के प्रमुख स्थानों में पोस्टर चस्पा कर वैक्सीनेशन अवश्य करने और कोरोना से बचने सरकार की गाइडलाइन का पालन करने लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।
छात्रों को ताउम्र देंगे स्कॉलरशिप

यही नही उन्होंने तेरहवीं कार्यक्रम में होने वाले पैसे खर्च ना कर अपने माता पिता की स्मृति में ग्राम मौदा के स्कूल में कक्षा 10वीं और 12वीं में प्रथम एवं द्वितीय स्थान पाने वाले छात्रों को ताउम्र स्कॉलरशिप देने का भी निश्चय किया है। स्कॉलरशिप देने का उनके द्वारा जो निर्णय लिया गया है इसकी ग्राम के लोगों द्वारा काफी सराहना की जा रही है।
लगातार कर रहे लोगों को जागरूक – विनोद बागड़े
इसके संबंध में चर्चा करने पर व्याख्याता विनोद बागड़े ने बताया कि इस कोरोना महामारी के कारण उन्होंने तो अपने परिवार के पांच सदस्य खोये हैं ऐसे ही परिस्थिति से किसी और परिवार को न गुजरना पड़े इसके लिए वे लोगों को जागरूक करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। माता पिता को श्रद्धांजलि अर्पित करने आयोजित कार्यक्रम में परिवार के लोग और समीप में निवासरत कुछ लोग आए थे जिन्हें सिर्फ कोरोना से बचने किस तरह सुरक्षा अपनाया जाना चाहिए तथा वैक्सीनेशन क्यों आवश्यक है इसके बारे में बताते हुए लोगों को उनके द्वारा जागरूक किया गया। श्री बागड़े ने बताया कि वे जहां भी जाते हैं वहां लोगों को जागरूक करने का ही कार्य करते हैं।
हर किसी को अपनाना चाहिए यही मूल मंत्र है
निश्चित इस महामारी ने हर किसी को एक सीख दी की वर्तमान में स्वयं और दूसरों को कोरोना से सुरक्षित रखना मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म है। शायद श्री बागड़े की तरह जिले के दूसरे लोग भी इस मूल मंत्र को समझ जाए, तो निश्चित ही हम और आप कोरोना महामारी पर जल्द ही विजय पा लेंगे। यह बताएं कि जैसे-जैसे कोरोना के केस कम होते जा रहे हैं लोग लापरवाह होते जा रहे हैं और नहीं कहीं सोशल डिस्टेंसिंग दिख रही है न ही मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल होते दिख रहा है।

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