लाखों रुपए खर्च कर बनाए गए बस स्टैंड में ही शासन के अधीनस्थ चलने वाली सेवा सूत्र बसों को खड़े रहने की जगह नहीं मिल पा रही है इस पर आपत्ति जताते हुए सेवा सूत्र मैनेजमेंट स्टॉप ने कलेक्टर डॉ गिरीश मिश्रा और मुख्य नगरपालिका अधिकारी सतीश मटसेनिया को पत्र लिखकर बस स्टैंड में सेवा सूत्र बसो के खड़े रहने के लिए जगह देने और बस में चलने वाले कर्मचारियों के आराम के लिए यात्री प्रतीक्षालय भवन में कमरा दिए जाने की मांग की है।
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान सेवा सूत्र मैनेजमेंट स्टाफ प्रमुख प्रतीक श्रीवास्तव ने बताया कि पुराना बस स्टैंड नगरपालिका कॉन्प्लेक्स में चार से पांच कमरे हैं जिसमें अलग-अलग संगठनों के लोगों ने अपने ताले जड़ दिए हैं वहीं बस स्टैंड में सेवा सूत्र बसों को खड़ा रखने के लिए जगह नहीं दी जा रही है जिसको लेकर आए दिन विवाद होते रहते हैं
मुख्य नगरपालिका अधिकारी सतीश मटसेनिया ने पत्र मिलने की बात स्वीकारते हुए जल्द ही सेवा सूत्र बसो के खडे रहने के लिए जगह निर्धारित करने और सेवा सूत्र बसों में चलने वाले कर्मचारियों के लिए के आराम के लिए व्यवस्था बनाए जाने की बात कही है
आपको बताए कि शासन के अधीनस्थ चलने वाली सेवा सूत्र बस बालाघाट से भोपाल छिंदवाड़ा और जबलपुर के लिए चलाई जाती है जिसमें भोपाल के लिए दो छिंदवाड़ा के लिए दो और जबलपुर के लिए तीन बसों का संचालन किया जाता है जहां बालाघाट हाल्टिंग के दौरान निजी बस संचालकों द्वारा अपनी बसें बस स्टैंड में खड़ी कर दी जाती है जिससे शासन के अधीनस्थ से चलने वाली सेवा सूत्र बसो को खड़े रहने के लिए जगह नहीं मिल पाती जिससे सेवा सूत्र मैनेजमेंट स्टाफ नाराज हैं।










































