बालाघाट(पदमेश न्यूज़)।तीन दिवसीय प्रवास के आखिरी दिन 11 अगस्त को कालीचरण महाराज, जिले की प्रसिद्ध सिद्धस्थल मां कालीपाठ मंदिर पहुंचे। यहां भक्तों ने उनके जल से पैर पखारकर, उनका स्वागत किया। मां कालीपाठ मंदिर में कालीचरण महाराज ने मां काली स्तुति के साथ ही भगवान शंकर और मां काली का पूजन कर उनकी आरती उतारी। इस दौरान कालीचरण महाराज ने मंदिर में मौजूद भक्तो को संबोधित करते हुए कहा कि मां काली बलिष्ठता, पराक्रम, निडरता, खुबसुरती और सुंदरता की अधिष्ठात्री है। जिसे खुबसुरती चाहिए, उसे मां काली का ध्यान करना चाहिए। उन्होंने बताया कि भगवान महादेव ने भी बोला कि जो मां काली के ओम काली मां के तीन अक्षरों का जाप करेगा उसकी सभी कामना पूर्ण हो जाएगी। तीन अक्षरों का मंत्र सभी कामनाओं का पूर्ण करने वाला कल्पवृक्ष है।
आपको बताए कि तीन दिवसीय प्रवास में विगत 9 अगस्त को कालीचरण महाराज बालाघाट पहुंचे थे। यहां उन्होंने विभिन्न कार्यक्रम में हिस्सा लिया। लांजी के कोटेश्वर धाम में सावन मास से प्रारंभ, एकल अभियान के अखंड रामायण पाठ के समापन में वे 10 अगस्त को शामिल हुए। यहां उन्होंने 108 परिवारो के पार्थिव शिवलिंग पूजन और 108 गौमाता पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। जिसके बाद वे 11 अगस्त को बालाघाट के सिद्धपीठ स्थल मां कालीपाठ मंदिर, रात में पहुंचे थे। यहां उन्होंने मातारानी का पूजन किया गया।इस दौरान कालीभक्त संयोग कोचर, विहिप विभाग संघचालक वैभव कश्यप, एकल अभियान जिलाध्यक्ष गौरव दुबे, महिला समिति उपाध्यक्ष राजुल चौरड़िया, सचिव दीक्षा शर्मा और एकल श्रीहरि अभियान के सहमंत्री अंकुश बिसेन सहित बड़ी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।