मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के आला अधिकारी भले ही अटल विद्युत योजना के तहत २४ घंटे विद्युत आपूर्ति करने का दावा करते है। परंतु हकीकत यह है कि पिछले एक महीने से विद्युत वितरण केंद्र रामपायली के अंतर्गत आने वाले सभी ग्रामों में बेतहाशा अघोषित विद्युत कटौती हो रही है दिन रात बिजली का आना जाना लगा रहता है। जिससे नलजल योजना का संचालन भी प्रभावित हो चुका है जिससे लोगों को पीने के पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। इस ओर संबंधित विभाग के अधिकारी बेफिक्र बने हुए है और आम जनमानस विद्युत कटौती से हलकान हैं । जहां एक ओर बिजली पर आश्रित व्यवसाय जैसे आटा चक्की राईस मिल वेल्डिंग दुकान फोटो कापी जैसे अनेक व्यवसाय कटौती के कारण चौपट है ,बहरहाल यह स्थिति पिछले एक महीने से निर्मित है बिजली कटौती के संबंध में अनेकों बार जनप्रतिनिधियों व अन्य जागरूक लोगों द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को कटौती बंद करने के संबंध में मांग की गई। परंतु विद्युत कंपनी के आला अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों की मांग को दरकिनार कर विद्युत विभाग अघोषित बिजली कटौती करने में आमदा है। विद्युत की २ फेस और ३ फेस की व्यवस्था बंद नहीं की गई तो पूरे क्षेत्र के किसान उग्र आंदोलन कर किसानों की सरकार होने का दावा ठोकने वाली मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार को सबक सिखा देंगे। ग्रामीणो ने बताया कि रामपायली, कसबिटोला ,सोनझरा, खापा ,जबर टोला, पौनेरा,मोहगांव ,बिठली ,महदोली, पिपरिया ,कोथुरना अमई,लालपुर ,कौलीवाड़ा ,झालीवाडा ,अंसेरा , कहांरटोला आदि गांवों में विद्युत कटौती से लोगों का जीना मुहाल हो गया है
कई बार दिया
गया है ज्ञापन
ग्रामीणो ने बताया कि मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के जेई से मिलकर लगातार हो रही बेतहाशा अघोषित बिजली कटौती के संबंध में चर्चा कर कई बार ज्ञापन दिया गया । लेकिन इस ज्ञापन से केवल २ फेस और ३ फेस का समय बदला २४ घंटे दी जाने वाली अटल विद्युत योजना से रामपायली एवं ग्रामीण अंचल को नहीं जोड़ा गया है।
उप केन्द्र से २७ ग्रामो को दी जाती है बिजली
पावर उप केंद्र रामपायली में ३३ केवी ११ केवी फ ीडर के बड़े.बड़े ट्रांसफार्मर उससे सप्लाई विद्युत की दी जाती है। जिसमें घरेलू उपभोक्ता हजारों की तादाद में मौजूद है और लगभग चालीस लाख रुपये प्रतिमाह विद्युत भुगतान बिल यहां से शासन को जाता है ,रामपायली उपकेंद्र ऐसा केंद्र है यहां कभी विद्युत बिल बकाया नहीं रहता लोग इमानदारी से भुगतान बिल चुकता करते हैं बावजूद विद्युत सप्लाई में ऐसा सौतेला व्यवहार लोगों के आक्रोशित होने का मूल कारण बनता जा रहा है । जबकि इस पावर उप केंद्र के तहत २७ ग्रामों को सप्लाई दी जाती है और अकेले रामपायली में घरेलू उपभोक्ता १६०३ व्यवसाई २०८ अस्पताल में तीन फेस कनेक्शन है ,राइस मिल दो है अन्य तीन फेस पावर उपभोक्ता ३० है नल जल योजना तीन चल रही है सडक़ बत्ती एक पंप कनेक्शन २२ उपभोक्ताओं के चल रहे हैं यह सभी तीन फेस पर आधारित है जिनके सामने विकट समस्या पैदा हो गई है । रामपायली फ ीडर से रामपायली ,कस्बबी टोला, सोनझरा, खापा, जबर टोलाए को बिजली सप्लाई नियमित होती थी लेकिन अब इस व्यवधान के कारण इन ग्रामों के लोग सबसे ज्यादा हलाकान परेशान हो चुके हैं।
अघोषित विद्युत कटौती से व्यापार ठप्प
बावजूद विद्युत की पर्याप्त व्यवस्था ना होने से अब परेशानी ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है क्योंकि वर्तमान समय में विद्युत पर आधारित संचालित हर एक आदमी हो चुका है ऐसी स्थिति में शासन के इस सौतेले व्यवहार के चलते २ फेस और ३ फेस में परिवर्तन के बाद विकराल समस्या पैदा हो गई है । जबकि वर्तमान समय खेती किसानी का है जहां सिंचाई जल की महती आवश्यकता है ऐसी परिस्थिति में बिजली का पूर्ववत ना रहकर शासन के सौतेले व्यवहार का खामियाजा निर्दोष किसान आम उपभोक्ता भुगतने विवश हैं।
इनका कहना है
अकेले रामपायली पावर उप केंद्र में एक लाइनमैन और दो हेल्पर मौजूद है जबकि इतने बड़े पावर उप केंद्र में संख्या बल अधिक होना चाहिए यहां कम से कम सात आठ लाइनमैन की आवश्यकता है । इसी के साथ हैल्पर की भी संख्या को बढ़ाने की बड़ी आवश्यकता है। कम स्टॉप के कारण तैसे जोड़.तोड़ की विद्युत सप्लाई व्यवस्था देने के लिए मजबूर है। उपभोक्ताओं के पंप कनेक्शन के मोटर पंप जल चुके हैं रामपायली में संचालित जल प्रदाय योजनाओं की दोनों मोटर जल जाने के कारण वर्तमान में पानी की विकराल समस्या हो गई है।
श्रीमती वीणा शुक्ला
ग्राम प्रधान रामपायली
नगर में विगत १ माह से लगातार विद्युत की अनियमितता से महिलाओं को विशेषकर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । क्योंकि उमस भरी गर्मी और इंद्र देवता की मेहरबानी ना होने से किसान भी खासे परेशान होते जा रहे हैं इस दिशा में शासन को अविलंब ध्यान दिया जाना चाहिये।
श्रीमती गीता अग्रवाल
रामपायली
वर्तमान समय में जो विद्युत व्यवस्था बनी हुई है वह किसानों को खून के आंसू बहाने पर मजबूर कर रही है । क्योंकि तीन फेस पर ही किसान अपने खेतों को हरा भरा कर सकता है जिसके लिए विद्युत कंपनी को चाहिए कि वे २४ घंटे पूर्ववत विद्युत व्यवस्था निर्धारित करें । क्योंकि वर्तमान समय खेती किसानी का है और ऐसे समय सिंचाई जल की महती आवश्यकता होने के उपरांत विद्युत विभाग का ध्यान ना जाना हास्यास्पद जान पड़ता है।
रमाकांत कापरे
किसान रामपायली
रामपायली पावर उपकेंद्र लगने के बाद सभी के जेहन में यह बात चरितार्थ हो गई थी कि अब पावर उपकेंद्र के कारण विद्युत सप्लाई सुचारू एवं सुविधा पूर्ण रहेंगी । जिसके कारण विद्युत पर आश्रित अनेक व्यापार व्यवसाय संचालित हो गए लेकिन समय चलते विद्युत की वर्तमान चरमराती व्यवस्था ने दिग्विजय सिंह शासनकाल की याद को ताजा कर दिया । क्योंकि उन दिनों १५-१५ घंटों की विद्युत कटौती ने लोगों का जीना दुश्वार किया था वैसे ही हाल वर्तमान समय में भाजपा के राज मे हो गया है। बिजली कटौती की मार ने दुबले पर दो आशाढ: की कहावत को चरितार्थ कर रखा है विद्युत की २४ घंटे थ्री फेस व्यवस्था का संचालन विद्युत कंपनी को किया जाना आवश्यक हैं।
रामकिशोर अग्रवाल
रामपायली
रामपायली विद्युत वितरण पावर विद्युत कंंपनी के आदेशों का पालन किया जाना पढ़ रहा है । क्योंकि ३ फेस २ फेस की व्यवस्था विद्युत कंपनी द्वारा बनाई गई है वह उनके आदेश का पालन कर रहे हैं।
अनंत कुमार पटले
कनिष्ठ अभियंता रामपायली