बालाघाट : दो दिन में मांग पूरी नहीं हुई तो 22 से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान

0

 संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण, वेतनवृद्धि सहित अन्य मांगो का निराकरण नही होने से खफा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के आव्हान पर दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए है। जिसके कारण पंचायत विभाग से जुड़े जिला जनपद एवं ग्राम पंचायतों का काम बुरी तरह बाधित रहा। यह कहे कि इनका पूरा अमला सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल में शामिल रहा। इस हड़ताल में जनपद पंचायतों के सीईओ से लेकर जनपद और जिला पंचायत के समस्त अधिकारी कर्मचारी पंचायत सचिव रोजगार सहायक और इंजीनियर ने भी हड़ताल में रहकर शासन द्वारा मांगे पूरी ना किए जाने को लेकर विरोध प्रकट किया। यह हड़ताल संयुक्त मोर्चा राज्य इकाई के आव्हान पर किया जा रहा है पंचायत विभाग का पूरा अमला एक साथ अवकाश पर रहने के कारण हड़ताल का व्यापक असर देखने मिला। जनपद पंचायतों में किसी प्रकार के शासकीय कार्य नहीं हो पाए, वही ग्राम पंचायतों में भी कार्य रहना बताया जा रहा है। विदित हो कि इस सामूहिक अवकाश कार्यक्रम के दौरान जनपद जिला पंचायत एवं ग्राम पंचायतों के कर्मचारी अपने कार्यालय परिसर के समक्ष मौजूद रहे लेकिन उनके द्वारा किसी प्रकार का शासकीय कार्य नहीं किया गया।


मांग पूरी नहीं हुई तो 22 तारीख से होगी अनिश्चितकालीन हड़ताल – नामदेव राउत
जिला जनपद अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष नामदेव राउत ने बताया कि पिछले दिनों हमारे कुछ साथियों के दिवंगत होने पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम रखा गया था तथा उसके पश्चात लंबित मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा था इसका निराकरण शासन स्तर से अभी तक नहीं हो पाया है। संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण, वेतनवृद्धि सहित अन्य कुछ मांगे हैं जिसका निराकरण शासन द्वारा अभी तक नहीं किया गया। जिससे विरोध में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के समस्त अधिकारी कर्मचारी दो दिवसीय 19 जून 20 जुलाई को सामूहिक अवकाश पर रहकर विरोध कर रहे हैं और सारे काम रोक दिए हैं ताकि यह संकेत के रूप में सरकार तक हमारी बात चली जाए। इसके बाद भी मांग पूरी नहीं की जाती है तो संयुक्त मोर्चा 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएगा। इस सामूहिक हड़ताल में 17 संगठनों के अधिकारी कर्मचारी प्रदेश की बात करें तो 70 से 80 हजार तथा जिले के इस हड़ताल में करीब 3 हजार अधिकारी कर्मचारी सम्मिलित है।


हमारी मांगों पर ध्यान देने शासन को सोचना पड़ेगा – दिलीप शांडिल्य
पंचायत समन्वय अधिकारी कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष दिलीप शांडिल्य ने बताया कि कुछ मांगों को लेकर आज हमारे विभागीय अधिकारी कर्मचारी आंदोलित है निश्चित रूप से ग्राउंड लेवल पर चाहे वह आवास का काम हो मनरेगा का काम हो यह जितने भी डेवलपमेंट के काम हो वह सभी प्रभावित होंगे। इसी तरह सामाजिक संस्थाओं के भी बहुत से काम कराते हैं पेंशन देना, फार्म भरना सारे कार्य प्रभावित होंगे। शासन को सोचना पड़ेगा हमारी मांगों पर ध्यान दें। 22 तारीख का हमने अल्टीमेटम दे दिया है लोकतांत्रिक ढंग से शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को पूरा करवाने निश्चित रूप से सरकार पर दबाव डालेंगे।


सभी पंचायतों में ताले लग गए हैं – भजन वलके
पंचायत सचिव संगठन के जिलाध्यक्ष भजन वाल्के ने बताया कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त मोर्चा के आव्हान पर पंचायतों के समस्त सचिव सामूहिक अवकाश पर है। हमारी लंबित मांगे हैं सातवां वेतनमान लागू किया जाए, पदोन्नति, पिछले सत्र से डीए का लाभ नहीं दिया गया। इस हड़ताल के कारण सभी पंचायतों में ताले लग गए हैं पंचायतों से संबंधित कोई कार्य नहीं हो रहा है।


दबाव बनाकर कार्य कराए जाने से कर्मचारी परेशान – कौशिक
मध्य प्रदेश ग्रामीण अभियंता संघ के जिला अध्यक्ष श्री कौशिक ने बताया कि संयुक्त मोर्चा के आव्हान पर दो दिवस के सामूहिक अवकाश पर है। काम के दबाव के कारण दो अधिकारियों की बीते दिनों मृत्यु हुई है, इसके अलावा दो प्रमुख बिंदु है संविदा के जितने भी साथी है उनका नियमितीकरण तथा मनरेगा में कार्य दबाव बनाकर कराया जाता है जिससे कर्मचारी परेशान है। इन्हीं विषयों को लेकर विरोध प्रकट किया जा रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here