नई दिल्ली: रोहित शर्मा टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे हैं। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था। हालांकि रोहित शर्मा ने खुलासा किया है कि एक प्लेयर उनके लिए बचपन में सिरदर्द बना था। यह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि चेतेश्वर पुजारा थे। रोहित शर्मा और उनके साथी खिलाड़ी, जब वे छोटे थे, तब हमेशा एक सवाल पर बात करते थे कि चेतेश्वर पुजारा को आउट कैसे करें? उन्हें पता था कि सौराष्ट्र का यह बल्लेबाज दो-तीन दिन तक खेलकर उनकी उम्मीदों पर पानी फेर सकता है। रोहित ने बताया कि पुजारा का विकेट लेना उनकी टीम के लिए जीत और हार के बीच का अंतर होता था।
गुरुवार को, पुजारा की पत्नी पूजा की किताब ‘द डायरी ऑफ ए क्रिकेटर्स वाइफ’ के लॉन्च के मौके पर रोहित ने कहा कि उनकी टीम मीटिंग में हमेशा यही बात होती थी कि पुजारा को कैसे आउट किया जाए, नहीं तो वे मैच हार सकते हैं। रोहित ने मजाक में यह भी कहा कि पुजारा के खिलाफ खेलने से उनके चेहरे का रंग इतना बदल जाता था कि उनकी मां भी परेशान हो जाती थीं।
रोहित शर्मा ने क्या कहा
रोहित ने यह भी बताया कि पुजारा के खिलाफ खेलने से उनके चेहरे का रंग बदल जाता था। उनकी मां भी इस बात से परेशान हो जाती थीं। रोहित ने कहा, “मुझे बस इतना याद है कि जब मैं 14 साल का था और मैदान से शाम को जब वापस आता था, तो मेरे चेहरे का रंग बिल्कुल बदल जाता था।” उन्होंने आगे कहा, “क्योंकि वह पूरे दिन बल्लेबाजी करता था और हमें दो-तीन दिन तक धूप में फील्डिंग करनी पड़ती थी। मुझे अब भी याद है कि मेरी मां ने मुझसे कई बार पूछा था कि जब तुम घर से खेलने जाते हो, तो तुम अलग दिखते हो और जब तुम एक हफ्ते या 10 दिन बाद घर आते हो, तो तुम अलग दिखते हो।”