मुख्यालय से लगभग १० किमी. दूर मानपुर से कटंगी पहुंच मार्ग पर ग्राम पंचायत गारापुरी अंतर्गत स्थित ग्राम खुरसोड़ी से महज २०० मीटर की दूरी पर सडक़ किनारे २५ जून को शाम ५.३० बजे हिंसक वन्यप्राणी शेर ने बैल पर हमला कर दिया जिससे ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो गई है। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पद्मेश की टीम से चर्चा में खुरसोड़ी निवासी कृषक रामबकस गौतम ने बताया कि वे शाम ५.३० बजे अपने खेत से वापस आ रहे थे, उनके साथ परिवार की महिलाएं व बज्चे भी थे एवं सडक़ किनारे से बैल व भैस को लाया जा रहा था तभी झाडिय़ों के बीच से अचानक शेर बाहर आया और बैल का शिकार करने के लिये हमला कर दिया, शेर ने बैल के पैर में दांत गड़ाये और उसे झाडिय़ों की ओर खींचने लगा, यह देखकर वे घबरा गये और जोर-जोर से हल्ला करना शुरू कर दिया जिसके बाद शेर ने बैल को छोड़ दिया और जंगल की तरफ भाग गया। श्री गौतम ने बताया कि इस घटना के बाद आसपास गांव में मौजूद ग्रामीण तत्काल मौके पर पहुंचे जिसके बाद लहुलुहान हो चुके बैल को घर पर लाया गया जहां पर पशु चिकित्सक के द्वारा उपचार किया गया है। शेर के द्वारा गांव से महज २०० मीटर की दूरी पर सडक़ किनारे मवेशी पर हमला किये जाने से पूरे गांव में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है।
गारापुरी सरपंच हरिलाल नारबोदे, शंकरलाल गौतम, दिगंबर बिसेन, अंकित गौतम, खेमराज देशमुख, हुकुमचंद गौतम, पवन भगत, राहुल सोनी, ओमकार बघेल, मोहनलाल बघेले, महेंद्र गौतम, भाऊलाल गौतम, दिनेश शेंद्रे, गोपाल गौतम, भवन कारसर्पे, महाराज जी पंवार, गणेश सोनवाने, कामेश्वर सोनवाने, हीरालाल कोहरे, रामदयाल राहंगडाले व धनसिंह चौधरी सहित अन्य ग्रामीणजन ने जिला प्रशासन से मांग की है कि शेर को पकडक़र अन्यत्र स्थान में छोड़ा जाये।
घर में छिपने की आ गई है नौबत – बस्ताराम
खुरसोड़ी निवासी बुजुर्ग कृषक बस्ताराम ठाकरे ने कहा कि चलती सडक़ पर शेर के द्वारा मवेशियों पर हमला किया जा रहा है, इसके पहले अम्बामाई पहुंच मार्ग पर शेर के हमले से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है एवं निरंतर ऐसी घटनाएं जारी है जिससे गांव में दहशत व्याप्त हो गई है। श्री ठाकरे ने कहा कि यदि वन विभाग ने इसकी व्यवस्था नही की तो पूरा गांव तबाह कर सकता है, खेती में काम करने जाते है वहां पर डर बना हुआ है, घर पर भी डर बना हुआ है, शाम होने के बाद शेर के डर से घर में छिपने की नौबत आ गई है।
१० दिन में घटित हुई है तीसरी घटना – भाऊलाल
खुरसोड़ी निवासी कृषक भाऊलाल गौतम ने कहा कि गांव से २०० मीटर दूरी पर शेर ने हमला किया है जिससे पूरे गांव में दहशत का माहौल है। श्री गौतम ने बताया कि इसके पहले शेर दो जानवरों का शिकार कर चुका है, चार-चार दिन की आड़ में शिकार किया गया है और यह १० दिन में तीसरी घटना है। श्री गौतम ने बताया कि इसके पहले गारापुरी में भी एक जानवर के शिकार की जानकारी मिली है, शेर गांव के आसपास ही घूम रहा है, वर्तमान समय में खेती-किसानी का समय है जिससे खेत जाने में लोगों को डर लग रहा है, हमारी मांग है कि वन विभाग शेर को पकडक़र घने जंगलों में भिजवाये।
पिंजरा बुलवाकर शेर को कान्हा शिफ्ट करें विभाग – खेमराज
बल्हारपुर सरपंच खेमराज हरिनखेड़े ने कहा कि बहियाटिकुर, कौड़ीटोला, नैतरा, खुरसोड़ी सहित आसपास के ग्रामों में शेर की दहशत व्याप्त हो गई है और जिस तरीके से सडक़ किनारे शेर ने हमला किया है उससे स्थिति बेहद खतरनाक प्रतीत हो रही है। श्री हरिनखेड़े ने कहा कि यदि कहीं पर लकड़ी पकडऩी हो तो तत्काल वन विभाग के लोग आ जाते है परंतु यहां पर खबर देने के तीन घंटे बाद भी कोई अधिकारी-कर्मचारी नही आ पाये है, हमारी मांग है कि शेर का रेस्क्यू करके उसे पिंजरा बुलवाकर कान्हा नेशनल पार्क शिफ्ट किया जाये ताकि ग्रामीण बिना किसी डर के जीवन यापन कर सकें।









































