जिला प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जरूरतमंद लोगों का कोरोना टेस्ट कराने के लिए प्रायवेट लैब को अनुमति प्रदान की है। इसके लिए टेस्ट कराने वाले व्यक्ति को निर्धारित शुल्क देना होगा।
सिविज सर्जन डॉ अजय जैन ने बताया कि जिला चिकित्सालय में कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट आने में देर होने के कारण बाहर आने-जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे जरूरतमंद लोगों को कोरोना टेस्ट की सुविधा सुलभ कराने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के अंतर्गत गोंदिया रोड पर मिडटाउन होटल के सामने मनीषा मिश्रा पैथोलाजी लैब को कोरोना टेस्ट करने की अनुमति प्रदान की गई है।
इस प्रायवेट पैथोलाजी लैब में रेपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) के लिए 700 रुपये का शुल्क रखा गया है और आरटीपीसीआर(RTPCR) टेस्ट के लिए 1100 रुपये का शुल्क रखा गया है।
डॉ जैन ने बताया कि इस पैथोलजी लैब में कोरोना टेस्ट प्रात: 09 बजे से शाम 04 बजे तक किया जायेगा। रेपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) की रिपोर्ट 02 से 03 घंटे में दी जायेगी।
आरटीपीसीआर(RTPCR) टेस्ट की रिपोर्ट अगले दिन दी जायेगी। ऐसे जरूरतमंद व्यक्ति जिन्हें कोरोना टेस्ट रिपोर्ट की शीघ्र आवश्यकता हो, वे इस प्रायवेट लैब में निर्धारित शुलक भुगतान कर रिपोर्ट प्राप्त कर सकते है।