पुलिस थाना खैरलांजी अंतर्गत ग्राम झिरिया मे 16 मई की देर रात तीन किसानों के मकान में भीषण आग लग गई। यह आग शॉर्ट सर्किट के माध्यम से लगना बताया जा रहा है। इस दौरान वारासिवनी कटंगी बालाघाट की फायर ब्रिगेड के माध्यम से आग पर काबू पाया गया। जिसमें किसान सेवक गौतम भोजराम गौतम हरिकिशन ठाकरे का मकान सहित सब कुछ जलकर राख हो गया जिन्हें लाखों रुपए के नुकसान हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम झिरिया के किसान सेवक गौतम भोजराम गौतम हरिकिशन ठाकरे अपने मकान में परिवार के साथ निवास कर रहे थे जिनकी पट्टन पर पैरा रखा हुआ था। जहां पर 16 मई की रात्रि में एक मकान में पट्टन पर विद्युत तार में शॉर्ट सर्किट हुआ जिसे निकालने वाली चिंगारी के कारण पट्टन पर रखें पैरों ने आग पकड़ ली और यह धीरे-धीरे बढ़ने लगी। तभी रास्ते से गुजर रहे लोगों ने घर के ऊपर से धुंआ एवं आग की लपट निकलता देखा तो उन्होंने घर के लोगों को तत्काल इसकी जानकारी दी जिन्होंने आसपास के पड़ोसी के साथ मिलकर उपलब्ध साधनों से आग पर काबू पाने का प्रयास किया पर परंतु यह आग धीरे-धीरे तीनों मकान में फैल गई। आग की तेज लपटों के साथ धू धू कर मकान जलने लगे जिसकी जानकारी ग्रामीणों के द्वारा फायर ब्रिगेड को दी गई इसके बाद तत्काल मौके पर एक फायर ब्रिगेड पहुंची जिसे आज की लपटों को देखते हुए तत्काल अन्य फायर ब्रिगेड को सूचना करी और स्वयं ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। परंतु आग की लपटे इतनी तेज थी कि वह एक फायर ब्रिगेड से काबू नहीं हो पाई जिस पर वारासिवनी बालाघाट और कटंगी की फायर ब्रिगेड ने सामूहिक रूप से आग पर काबू पाने का प्रयास कर सफलता प्राप्त की परंतु तब तक बहुत देर हो चुकी थी मकान में रखी समस्त वस्तुओं के साथ पूरा मकान जलकर राख हो चुका था। इसमें यह अच्छा रहा की मकान मे रहने वाले सभी सुरक्षित है इस आग को शांत करने में करीब 4 घंटे की कड़ी मसकत की गई जिसके बाद आग पर पूरी तरह काबू पा लिया गया है। घटना की जानकारी लगते ही तत्काल एसडीओपी वारासिवनी अभिषेक चौधरी थाना खैरलांजी व रामपायली का पुलिस स्टाफ अभी मौके पर पहुंच जिन्होंने आग पर काबू करने का प्रयास किया वहीं पूरी घटना का जायजा लेकर मामले में आगजनी कायम की गई। इस घटना में परिजनों के द्वारा बताया गया कि शॉर्ट सर्किट से घर की पाटन पर रखे पैरा ने आग पकड़ ली जो बेकाबू हो गई। यही कारण था कि पूरा घर जलकर राख हो गया है यह घटना हमारे लिए किसी त्रासदी से काम नहीं है क्योंकि इसमें हमारे मकान कपड़े राशन गृहस्ती का सामान खेती किसानी का सामान सहित अनेक प्रकार का सामान चलकर राख हो गया है। इस घटना में हुए नुकसान की हम कल्पना नहीं कर पा रहे हैं परंतु लाखों रुपए का नुकसान हमें हुआ है हम यही चाहते हैं कि शासन हमें उचित मुआवजा देकर सहयोग करें।