पुरानी पेंशन बहाली, क्रमोन्नति, पदोन्नति सहित अन्य मांगों को लेकर आजाद अध्यापक शिक्षक संघ लालबर्रा के द्वारा गत १३ सितंबर से नगर मुख्यालय के हाई स्कूल मैदान स्थित सभामंच में बैठकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है जो १६ वें दिन २८ सितंबर को भी जारी रही परन्तु हड़ताली शिक्षकों पर निलंबन की कार्यवाही होने से अब शिक्षकों को निलंबन का डर सताने लगा है और धीरे-धीरे वे स्कूल पहुंचने लगे है। २८ सितंबर को लालबर्रा विकासखण्ड के लगभग ४०० शिक्षकों में १७० ही शिक्षक हड़ताल पर रहे शेष शिक्षक स्कूल पहुंचकर शिक्षा अध्यापन कार्य करवाने में जुट गये है परन्तु सरकार व शिक्षकों की लड़ाई में सबसे अधिक विद्यार्थियों का नुकसान हो रहा है उनकी पढ़ाई नही हो रही है और आगामी ७ अक्टूबर से त्रिमासी परीक्षा भी होना है ऐसी स्थिति में उन्हे परीक्षा परिणाम की चिंता सता रही है। हड़ताली शिक्षकों पर निलंबन की कार्यवाही होने से अब शिक्षक स्कूल पहुंचने लगे है जिससे अब पढ़ाई पुर्व की तरह प्रारंभ हो जायेगी परन्तु विकासखण्ड के कुछ शिक्षक आज भी पुरानी पेंशन, क्रमोन्नति व पदोन्नति की मांगों को लेकर हड़ताल पर डटे है और उनकी मांग है कि जब तक सरकार हमारी लंबित मांगे पूरी नही करती है तब तक हड़ताल जारी रहने की बात कह रहे है।
दूरभाष पर चर्चा में प्रभारी विकासखण्ड शिक्षक अधिकारी केजी बिसेन ने बताया कि गत १३ सितंबर से विकासखण्ड के करीब ४०० शिक्षक पुरानी पेंशन बहाली सहित अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये है परन्तु शासन स्तर से शिक्षकों पर निलंबन की कार्यवाही की जा रही है ऐसी स्थिति में शिक्षक अब धीरे-धीरे हड़ताल से वापस होकर स्कूल आने लगे है, २८ सितंबर को विकासखण्ड के १७० शिक्षक हड़ताल पर थे जिसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को अवगत करवा चुके है और निलंबन की कार्यवाही शासन स्तर से ही हो रही है।










































