बालाघाट जिले के बिरसा थाने की सालेटेकरी पुलिस ने चौकी क्षेत्र से डेढ़ माह से लापता एक नाबालिक लड़की को तेलंगाना राज्य से दस्तयाब किये यह लड़की छत्तीसगढ़ राज्य के एक युवक के साथ तेलंगाना राज्य के जिला करीमनगर में आने वाले गंगधार थाना क्षेत्र के ग्राम हिम्मतनगर में रह रही थी और इस युवक को इस नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किये। यह युवक धनेश पिता संतोष यादव 25 वर्ष ग्राम भिमोरी थाना रेंगाखार जिला कवर्धा छत्तीसगढ़ निवासी है। जिसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भिजवा दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिरसा थाना की सालेटेकरी पुलिस चौकी के एक गांव में रहने वाली 17 वर्ष 6 माह की नाबालिक लड़की डेढ़ महीना पहले अपने घर से बिना बताए चली गई थी। परिजनों ने इस लड़की को आसपास के रिस्तेदारी गांव में खोजबीन किये। किंतु वह नहीं मिली जिसके गुम होने की रिपोर्ट बिरसा पुलिस थाना में की गई थी। बिरसा पुलिस थाना में इस नाबालिग लड़की का अपहरण करने के आरोप में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 137(2)भारतीय न्याय संहिता के तहत अपराध दर्ज किया गया था। और डेढ़ महीने से इस लड़की की लगातार तलाश की जा रही थी। हाल ही में इस लड़की के तेलंगाना राज्य में आने वाले जिला करीमनगर के गंगाधार थाना क्षेत्र के हिम्मतनगर में होने की सूचना मिली।इस सूचना पर 27 जुलाई को सालेटेकरी पुलिस चौकी प्रभारी धन सिंह धुर्वे अपने स्टाफ और लड़की की परिजनों के साथ तेलंगाना राज्य रवाना हुई थे। 28 जुलाई को गंगाधार पुलिस के सहयोग से हिम्मतनगर में इस लड़की की खोज में की गई। यह नाबालिक लड़की एक लड़के के साथ मिली। लड़के से पूछताछ करने पर उसने अपना नाम धनेश पिता संतोष यादव 25 वर्ष भिमोरी थाना रेंगाखार जिला कवर्धा छत्तीसगढ़ निवासी बताया। जिसके कब्जे से इस नाबालिग लड़की को दस्तयाब किया गया। गंगाधार थाने की महिला पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर इस लड़की ने धनेश यादव द्वारा उसे शादी करने का झांसा देकर बहला फुसलाकर भगाकर लाने और पत्नि के समान रखकर उसके साथ दुष्कर्म करने के संबंध में बताई। इसके बाद धनेश यादव को भी लड़की के साथ तेलंगाना राज्य से सालेटेकरी चौकी लाया गया। इस मामले में धारा 64(2)एम,87 भारतीय न्याय संहिता 2023 और धारा5एल/6 लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम का इजाफा किया गया। नाबालिक का अपहरण और दुष्कर्म करने के इस मामले में धनेश यादव 25 वर्ष को गिरफ्तार करके उसे बैहर की अदालत में पेश कर दिया गया। जहा से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भिजवा दिया गया है।