लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान संपन्न होने के बाद 13 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला इवीएम में बंद हो गया है। सभी केंद्रों से शुक्रवार देर रात तक मतदान दल इवीएम के साथ सुरक्षित मुख्यालय पहुंच चुके हैं। वहीं, इवीएम को पालीटेक्निक कालेज में बने कंट्रोल रूम में सुरक्षा घेरे में विधानसभा वार रखा गया है, जहां सशस्त्र जवानों का कड़ा पहरा है। जिले में शांतिपूर्ण चुनाव कराना प्रशासन के लिए बड़ी उपलब्धि साबित हुई है, तो 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में मतदान प्रतिशत में कमी भी प्रशासन के लिए चिंता का कारण है। शनिवार को इवीएम की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने कलेक्टर, सभी एसडीएम, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी कंट्रोल रूम पहुंचे। इस दौरान कलेक्टर ने आयोग के निर्देशों का पालन करने के लिए दिशा-निर्देश दिए। देर रात तक मतदान दलों द्वारा पालीटेक्निक कालेज में इवीएम मशीनें जमा कराई गईं, जिन्हें डबल लेयर सुरक्षा घेरे में रखा गया है। बालाघाट एसडीएम गोपाल सोनी ने बताया कि ये मशीनें लोकसभा चुनाव के अंतिम परिणाम घोषित होने तक सुरक्षा व्यवस्था के बीच रहेंगी। पालीटेक्निक कालेज में बालाघाट जिले की सभी छह विधानसभाओं की इवीएम मशीनें रखी गई हैं, जबकि सिवनी जिले की सिवनी व बरघाट विधानसभा की इवीएम मशीनें सिवनी जिला प्रशासन की देखरेख में सुरक्षित रखवाई गई हैं। परिणामों की घोषणा के वक्त सिवनी जिले की दोनों विधानसभाओं के परिणाम बालाघाट जिला प्रशासन से साझा किए जाएंगे। गौरतलब है कि मतदान दलों की वापसी पर कलेक्टर डा गिरीश कुमार मिश्रा ने मतदान कर्मियों का मिठाई खिलाकर मुंह मीठा किया और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए बधाई दी।