देश की आजादी के बाद से लेकर अब तक जिले के वनांचल क्षेत्र में निवास करने वाले बैगा आदिवासियों के लिए शासन द्वारा न जाने कितनी योजनाएं बनाई गई। लेकिन मैदानी स्तर पर यह सार्थक होती दिखाई नहीं देती। नतीजा आज भी जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्र में निवास करने वाले लोग मूलभूत सुविधाओं तक के लिए तरस रहे हैं।
यह हालात परसवाड़ा विधानसभा के वन ग्राम आमगांव,पोलबत्तूर और खारा के है। बालाघाट-बैहर हाईवे मार्ग से 20 किलोमीटर दूर घने जंगल के बीच बसे इन वन गांवो में आदिवासी समुदाय के लोग, मूलभूत सुविधाओं दिए जाने वाले आश्वासन पर अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं। जिन्होंने प्रमुख रूप से बिजली सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं की सौगात दिए जाने की मांग की है।
स्थानीय जनप्रतिनिधि सतीश लिल्हारे ने बताया कि 14 जुलाई को ग्रामीणों ने राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे के कार्यालय में समस्या बताई थी। जिसमें उन्होंने प्रमुख बिजली की समस्या को दूर किए जाने की मांग की थी।