शुक्रवार को एनसीडीईएक्स वायदा बाजार के कामकाज में सोयाबीन ने नया इतिहास बन दिया। अगस्त वायदा सौदे के लिए सोयाबीन के दाम 10 हजार के पार पहुंच गए। सप्ताह के आखिरी कामकाजी दिन सोयाबीन की शुरुआत तेजी के साथ हुई।
सुबह सवा 10 बजे तक एनसीडीईएक्स वायदा पर सोयाबीन में 10050 रुपये के करीब कामकाज हो रहा था। साढ़े दस बजे से पहले सोयाबीन लगातार 10060 और 100050 के बीच उतार चढ़ाव दिखा रहा था। इससे पहले लगातार चार दिन से सोयाबीन वायदा में सर्किट लग रहे है। गुरुवार शाम भी वायदा में तेजी का सर्किट लगा था। इसी सप्ताह तीन सर्किट तेजी के लग चुके हैं, जबकि एक सर्किट मंदी का लगा था। सोयाबीन के हाजर भाव पहले से ही 10 हजार रुपये प्रति क्विंटल के पार चले गए हैं।
सट्टेबाजी का आरोप
सोयाबीन के वायदा में भी भाव 10 हजार के पार पहुंचने के बाद तय हो गया है कि तेल तिलहन के दामों पर नियंत्रण की सरकार की अब तक कि कोशिशें फेल हो गई है। सोयाबीन में जमकर सट्टेबाजी का आरोप। लग रहा है। चार दिन पहले सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) भी एनसीडीईएक्स चेयरमैन को सट्टेबाजी पर नियंत्रण के लिए पत्र लिख चुका है। सोपा ने स्पष्ट लिखा है कि वायदा हेजिंग टूल की बजाए स्पेकुलेशन यानी सट्टेबाजी का मंच बन गया ही।
इधर वायदा में तेजी के साथ चल रहे कारोबारी फिजिकल फंडामेंटल को मजबूत और देश में स्टॉक की कमी के साथ मानसून के अनमने रुख को तेजी के लिए मजबूत कारण बताया रहे है। वायदा के दबाव से हाजर में तिलहन के साथ खाद्य तेलों पर दबाव आने वाले त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं की जेब हल्की कर रहा है। हाजर के कारोबारियों ने उत्तर चढ़ाव और ऊंचे दामों से परेशान होकर कामकाज ही सीमित कर दिया है।