नई दिल्ली: पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ओर से चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर लगातार नए खुलासे सामने आ रहे हैं। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में अहम जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला करने के पांच मिनट बाद ही उन्हें सूचित कर दिया था। जनरल चौहान ने ये खुलासा ऐसे समय में किया जब कांग्रेस पार्टी ऑपरेशन सिंदूर पर आवाज बुलंद कर रही। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पाकिस्तान को पहले से जानकारी देकर अपराध किया है। सीडीएस जनरल चौहान ने यह बात सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित ‘भविष्य के युद्ध और वॉरफेयर’ पर एक विशेष व्याख्यान में कही।
पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भारत ने कब बताया जानिए
जनरल अनिल चौहान ने बताया कि 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत स्ट्राइक शुरू करने के दिन ही पाकिस्तान को जानकारी दे दी गई थी। उन्होंने कहा कि हमला रात 1 बजे से 1.30 बजे के बीच किया गया। ऑपरेशन खत्म होने के पांच मिनट बाद पाकिस्तान को फोन करके बताया गया कि यह कार्रवाई की गई है। जनरल चौहान ने यह भी बताया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने सीमा पार स्ट्राइक के दौरान बेहद सावधानी से काम लिया। उन्होंने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और नागरिक क्षेत्रों या सैन्य प्रतिष्ठानों से परहेज किया।
ऑपरेशन खत्म होने के 5 मिनट बाद दी गई जानकारी- CDS
जनरल चौहान ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) को भी बताया कि हमले सिर्फ आतंकी ठिकानों पर किए गए थे। सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया गया और नागरिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। पिछले महीने, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आतंकी ठिकानों पर हमलों के बारे में पाकिस्तान को पहले से सतर्क करने का आरोप लगाया था। उन्होंने इसे अपराध बताते हुए पूछा कि यह किसने अधिकृत किया?
कांग्रेस ने उठाए थे सवाल, राहुल गांधी ने किया ये ट्वीट
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री ने खुले तौर पर स्वीकार किया कि सरकार ने ऑपरेशन से पहले पाकिस्तान को सूचित किया था। राहुल गांधी ने X पर लिखा, ‘हमारे हमले की शुरुआत में पाकिस्तान को सूचित करना एक अपराध था। विदेश मंत्री ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत सरकार ने ऐसा किया।’ उन्होंने आगे पूछा, ‘यह किसने अधिकृत किया? परिणामस्वरूप हमारी वायु सेना ने कितने विमान खोए?’