जिस प्रकार से स्वच्छता सर्वेक्षण 2023-24 को लेकर टीम बालाघाट आने की बात बीते 1 से 2 दिनों से चल रही है एवं शहर में भी जिस प्रकार से स्वच्छता को लेकर के नगर पालिका के अधिकारी कर्मचारी काम कर रहे हैं उसे भी देखकर यही लग रहा है कि स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर कोई टीम बालाघाट आने वाली है किंतु जिस प्रकार से यह टीम 30 जुलाई को बालाघाट पहुंची एवं कटंगी नगर परिषद का निरीक्षण किया गया किंतु जैसे ही बालाघाट नगर पालिका के निरीक्षण की बात आई तो यहां पर नाही टीम के आने की जानकारी किसी के द्वारा बताई गई और ना ही टीम द्वारा शहर में निरीक्षण करते हुए कहीं देखा गया इस सब को देखते हुए विपक्षी पार्षदों द्वारा यह कहा गया कि जिस प्रकार से स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम गुपचुप तरीके से आकर नगरपालिका के कर्मचारियों के इशारे पर सर्वे कर रही है वह गलत है वह चाहते हैं कि उन्हें स्वच्छता को लेकर किसी प्रकार का कोई स्टार या रैंकिंग नहीं चाहिए वह चाहते हैं कि बालाघाट शहर की स्वच्छता को लेकर बालाघाट की जनता बालाघाट को रैंक दे वही उनके लिए स्वच्छता को लेकर रैंकिंग होगी क्योंकि जिस प्रकार से कागजों में और रैक में भला ही बालाघाट नगर पालिका का नाम दर्ज कर दिया जाता है किंतु धरातल पर सब शून्य नजर आता है एवं आज भी शहर में कितनी गंदगी व्याप्त है यह हर कोई जानता है इसलिए वह चाहती थी कि स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम आए और उन्हें वह सभी क्षेत्र दिखाए जाए जहां पर सालभर गंदगी बजे बजाते रहती है जिससे कम से कम इन सब अवस्थाओं में सुधार आता किंतु टीम को गुपचुप तरीके से रखकर और शहर में गंदगी को बढ़ावा देने का काम नगर पालिका के कर्मचारी एवं स्वच्छता टीम के द्वारा किया जा रहा है
आपको बता दें कि विपक्षी पार्षदों का यह मानना है कि वह जिस प्रकार से कागजों में रैंकिंग मिलती है एवं स्वच्छता को लेकर महज दिखावे के लिए कर्मचारी अच्छी-अच्छी जानकारी एवं कुछ सड़कों को दिखाकर रैंक एवं स्टार हासिल करते हैं वह रैंकिंग एवं स्टाफ वास्तव में बालाघाट शहर को साफ सुथरा रखकर मिलना चाहिए वह चाहते हैं कि उन्हें इस प्रकार से कागजों में अंक नहीं होना वह धरातल पर बालाघाट को स्वच्छ एवं सुंदर देखना चाहते हैं किंतु जिस प्रकार से आज स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम को गुपचुप तरीके से रखकर किसी भी जनप्रतिनिधि से ना मिलने देकर सर्वे कराया जा रहा है वह कहीं ना कहीं गलत है क्योंकि आज यह टीम यहां से अच्छी अच्छी रोडो एवं अच्छे शहर होने का दावा करके तो भले ही चली जाएगी किंतु शहर वास्तव में गंदा एवं गंदगी में बज बजाते ही रहेगी जिससे कि शहर का ही घाटा है यदि टीम जनप्रतिनिधियों से मिलती या वास्तव में जिस प्रकार से स्वच्छता सर्वेक्षण का निरीक्षण किया जाता है वैसे निरीक्षण होता तो वह भी बहुत सारी स्थितियों से टीम को अवगत कराते किस प्रकार से आज शहर में गंदगी है किंतु टीम को सही सर्वे ना करके महज कागजों में रैंकिंग हासिल करने का काम नगर पालिका के द्वारा किया जा रहा है
नगर पालिका के कर्मचारियों को सारी जानकारी है कि टीम कब आई है कहां रुकी है और किन-किन स्थानों का सर्वे हो रहा है- शफखत खान
इस विषय में पूर्व पार्षद शफखत खान बताते हैं कि आज जिस प्रकार से नगर पालिका के कर्मचारी यह जाहिर कर रहे हैं की स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम आने वाली है वह अपने कार्यों से ही बता देते हैं क्योंकि जिस प्रकार से अभी कुछ दिन से स्वच्छता को लेकर काम हो रहा है एवं रविवार के दिन जिस प्रकार से कर्मचारियों को बुलाकर स्वच्छता को लेकर काम किया गया उसे देखकर सभी को यह लग स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम बालाघाट और जब उनके द्वारा उनसे पूछा गया कि क्या शहर में कोई टीम आई है तो साफ नगरपालिका कर्मचारियों द्वारा उन्हें मना कर दिया गया कि कोई भी टीम नहीं आई है जबकि स्वच्छता शाखा की प्रभारी द्वारा सुपरवाइजर को वार्ड में यह काम पर लगा दिया गया है कि वह स्वच्छता को लेकर वार्ड वासियों से रैंकिंग प्राप्त करें एवं स्वच्छता ऐप में रेटिंग दें जबकि वार्ड वासियों को यह जानकारी नहीं की इस प्रकार से रेटिंग देने से स्वच्छता को लेकर ग्राफ बढ़ेगा क्योंकि वह नहीं चाहते हैं कि स्वच्छता को लेकर कोई टीम वार्डो में काम करें एवं जनप्रतिनिधियों को पता चले कि कोई टीम आई है क्योंकि वह भी चाहते हैं कि किस प्रकार की आज शहर की स्थिति है वह सभी को पता चले और उन्होंने यह भी बताया कि आज नगर पालिका के कर्मचारियों को सारी जानकारी है कि टीम कब आई है कहां रुकी है और किन-किन स्थानों का सर्वे हो रहा है
शहर में साफ-सफाई को लेकर झूठी वाहवाही लूटने की आवश्यकता नहीं है- योगराज लिल्हारे
नेता प्रतिपक्ष योगराज लिल्हारे द्वारा बताया गया कि आज नगर पालिका की जो स्वास्थ्य शाखा है एवं उसके जो कर्मचारी प्रभारी है वहां आज सच्चाई का सामना नहीं करना चाहते हैं और यह नहीं चाहते कि जो स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए टीम आई है उसे सच की जानकारी लगे क्योंकि आज यदि टीम सर्वेक्षण करने शहर में निकलेगी तो जनप्रतिनिधि भी मिलेंगे एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा शहर की स्वच्छता की स्थिति उनको अवश्य दिखाई जाएगी वहीं उन्होंने यह भी बताया कि आज स्वच्छता शाखा के द्वारा शहर के प्रमुख वार्डो की गलियां को चिन्हित कर ली गई है जहां पर उन टीम को ले जाकर वही गली दिखाई जाएगी क्योंकि वह चाहते हैं कि टीम को वही मार्गों में लेकर जाए जहां पर स्थिति खराब नही है एवं वह यह दिखाना चाहते हैं कि आज बालाघाट की स्थिति किस प्रकार से है किंतु टीम को गुपचुप तरीके से रखकर यह नहीं चाहते कि स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम वास्तविकता को देखें नगर पालिका के कर्मचारी अपनी रैंकिंग बढ़ाने के लिए झूठी वाहवाही लूटने के लिए आज टीम को सामने नहीं ला रहे हैं और महज कागजों में ही नंबर प्राप्त कर अपनी वाहवाही लूट लेंगे एवं शहर में वैसे ही गंदागी बजबजा रहेगी उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें शहर में साफ-सफाई को लेकर झूठी वाहवाही लूटने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि भले ही शहर को रैंकिंग आज नहीं मिलेगी तो आज के 2 से 3 वर्ष बाद मिलेगी क्योंकि जिस प्रकार से रैंकिंग नहीं मिलने पर निश्चित ही शहर में स्वच्छता को लेकर काम होगा और और जो रैंकिंग है वह शहर की जनता नगर पालिका को देगी कि आज कितनी सफाई उनके द्वारा शहर के लिए की गई है इस प्रकार से झूठी वाहवाही लूटने की कोई आवश्यकता नहीं है वहीं उन्होंने यह भी बताया कि जो बाहर से स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए जो टीम आई है उसे छुपाना नहीं चाहिए वह खुलकर सभी वार्ड में जाकर स्वच्छता को लेकर सर्वेक्षण करना चाहिए
पिछले बार रैंकिंग हासिल कर ली है उसी प्रकार इस बार भी रैंकिंग हासिल करके झूटी वाहवाही लूट लेगी- छविराम नागेश्वर
पूर्व पार्षद छविराम नागेश्वर द्वारा बताया गया कि उनके वार्ड में काफी ज्यादा गंदगी का आलम बना रहता है क्योंकि बैहर चौकी निचले क्षेत्र में आती है एवं बहुत कम ही नगरपालिका के कर्मचारियों के द्वारा साफ सफाई की जाती है यदि इस प्रकार की टीमें यदि उनके वार्डो में जाकर सर्वेक्षण करेगी तो निश्चित ही दूध का दूध और पानी का पानी जैसी स्थिति निर्मित होगी एवं जिस प्रकार से आज नगर पालिका पिछले बार रैंकिंग हासिल कर ली है उसी प्रकार इस बार भी रैंकिंग हासिल करके वाहवाही लूट लेगी जो कि गलत है