उचित कानून व्यवस्था और मुस्तैद प्रशासन होने के बावजूद भी साइबर क्राइम से जुड़े लोगों को ना तो कानून का खौफ है और ना ही कानून की रखवालों का डर ।जिसके चलते वे बेखौफ होकर साइबर क्राइम की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. शायद यही वजह है की लाख एतिहाद के बावजूद भी जिले में ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। जिसपर अंकुश लगाना पुलिस प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। जहां अज्ञानता के चलते साइबर क्राइम के मामलो में रोजाना ही इजाफा देखा जा रहा है। ऑनलाइन ठगी के लगातार बढ़ते जा रहे इन्हीं मामलों के बीच अब ठग गिरहो ने स्वास्थ्य विभाग नवेगांव में पदस्थ एक एएनएम को अपना निशाना बनाया है जहां ठग गिरोह ने खुद को आर्मी का जवान बताकर रूम किराए पर लेने की बात कहते हुए शक्ति नगर वार्ड नंबर 24 निवासी एएनएम श्रीमती रेखा पटले से करीब 39000रु की ठगी कर ली.जहाँ ठगी का अहसास होते ही एएनएम श्रीमती रेखा पटले नें इसकी लिखित शिकायत कोतवाली पुलिस से की है. वही साइबर सेल में आवेदन देकर मामले की जांच कर, उनके बैंक अकाउंट से काटी गई रकम को वापस दिलाने, ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह को पकड़कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग की है।
कुछ इस तरह की गईं ऑनलाइन ठगी
जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर 24 शक्तिनगर निवासी श्रीमती रेखा पटले स्वास्थ्य विभाग नवेगांव में एएनएम के पद पर पदस्थ हैं. जिन्होंने अपना रूम रेंट पर देने के लिए ओलेक्स मे विज्ञापन डाला हुआ था. रविवार को उन्हें एक फोन आया जिसने सामने वाले ने अपने आपको आर्मी का जवान बताते हुए रूम रेंट पर लेने की इच्छा जताई और कमरे के फोटोग्राफ्स मांगे सामने वाले ने महिला को अपने घेरे में लेने के लिए अपना आधार कार्ड, सीआईएसएफ कार्ड सहित अन्य दस्तावेज दिए, वही अपने आप को आर्मी का सहायक उप निरीक्षक अनिकेत विजय कलभूर बताते हुए उनका ट्रांसफर हैदराबाद से बालाघाट होने की जानकारी दी. जहा महिला द्वारा फोटोग्राफ देने पर उस व्यक्ति ने उसके परिवार को रूम पसंद आने की बात कहते हुए रूम रेंट पूछा और 2 महीने का एडवांस रूम रेट जमा करने की इच्छा जताई.जिसने एएनएम से उसका फोन पे नंबर मांगा. वही ऑनलाइन बैंक ट्रांजैक्शन के माध्यम से 2 मई महीने का रूम रेट 13000रु ऑनलाइन ट्रांसफर किए जाने की बात. वही सबूत के तौर पर उसने अपना आधार कार्ड, सीआईएसएफ आई कार्ड,बैंक अकाउंट और अपना आईएफएससी नंबर महिला के मोबाइल पर सेंड कर दिया. उस व्यक्ति ने दोबारा महिला को फोन किया और यह कहा कि उनका एचआरए रूम रेंट हैदराबाद हेड क्वार्टर से रिलीज होता है.जिसके चलते ठग ने अपने वरिष्ठ अधिकारी से महिला की बात कराई जहां जैन नामक दूसरे ठग ने महिला को एचआरए रूम रेंट एडवांस में रिलीज करने की बात कहते हुए फोन पे और बैंक खाते में दर्ज मोबाइल नंबर की जानकारी ली. लेकिन पैसा ट्रांसफर नहीं किया गया. आधे घंटे बाद फिर ठग का फोन आया उसने कहा कि सर्वर डाउन चल रहा है पेमेंट नहीं हो पा रहा है यह बात कहते हुए ठगने महिला को दिए गए स्वयं के अकाउंट नंबर पर एक रु,2 रु, 5रु या फिर15 रु डालने की बात कही.वहीं कंफर्म होने पर रेंट किराया देने को कहा.इस पर महिला ने उक्त ठग को उक्त राशि का भुगतान कर दिया. कंफर्म होने पर उस ठगने 2 महीने का रेंट अमाउंट, अकाउंट में लिखकर भेजने को कहा,जैसे ही महिला ने 2 महीने का रेंट करीब 13000 रु उसके अकाउंट मे लिख कर सेंट किया वैसे ही महिला के अकाउंट से 13000रु कट गए. जिस पर उक्त महिला ने पैसे कटने की जानकारी उस ठग को दी. जिस पर उस ठग नें महिला को अपने आप को आर्मी का जवान बताते हुए अपने सारे डाक्यूमेंट्स देने का हवाला दिया और पुनः रेंट रकम सेंड करने की बात कही और इस तरह उस महिला से 25,874 अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए.इस तरह उक्त ठग ने रूम किराया देने के नाम पर एएनएम से 38,874 की ऑनलाइन ठगी कर ली.