तेजी से घट रही रेड पांडा की संख्या, बांस की पत्ती खाने का शौकीन इसलिए संकट में

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इस धरती के सबसे प्यारे जीवों की बात की जाए, उसमें एक रेड पांडा भी है, जो अपनी मासूमियत के कारण किसी को भी अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। दुनियाभर के पर्यावरणविद व वन्य जीव विशेषज्ञ इन दिनों रेड पांडा की लगातार कम होती संख्या को लेकर काफी चिंतित है। यही कारण है कि इस प्यारे से जीव रेड पांडा के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 16 सितंबर को International Red Panda Day मनाया जाता है।

इसलिए कम हो रहे रेड पांडा

Red Panda आजकल आपको ज्यादातर किसी चिड़ियाघर या वन्यजीव अभ्यारण्य में ही देखने को मिलता है। रेड पांडा दरअसल भालू नहीं होता है। यह अनोखा जानवर प्राकृतिक आवास में ही रहना ज्यादा पसंद करता है, लेकिन प्राकृतिक आवास की घटने और इनके लिए जिस तरह के पारिस्थितिक तंत्र की जरूरत होती है, उसमें लगातार गिरावट आने से कारण Red Panda की संख्या में गिरावट आ रही है।

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