सिर पर बार-बार पत्थर पटक कर ली जान; शव पर कागज में ‘प्यार में धोखा’ लिखकर चिपका दिया था

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जबलपुर में ब्लैकमेलिंग और बेवफाई में एक अधेड़ ने युवती की बेरहमी से हत्या कर दी। कागज पर ‘प्यार में धोखा’ और नीचे वीरा लिखकर शव पर चिपका दिया। हत्या के समय युवती शराब के नशे में बेसुध थी। अधेड़ उसके सिर पर बार-बार पत्थर पटक कर मौत के घाट उतारा दिया। नफरत ऐसी थी कि हत्या के बाद प्राइवेट पार्ट में मिर्ची भर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

एएसपी गोपाल प्रसाद खांडेल ने मंगलवार को इस सनसनीखेज हत्या की वारदात का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि शालिनी जैन (24) की उम्र से दुगनी उम्र का आरोपी महेंद्र उर्फ पप्पू गढ़वाल को उससे प्यार कर बैठा था। दोनों के बीच संबंध थे, लेकिन शालिनी के वीरा सहित दूसरे युवकों से भी संबंध थे। वह उनसे बातचीत करती थी। यह महेंद्र को नागवार लगता था। कई बार उसने शालिनी को समझाया भी, लेकिन वह नहीं मानी।

आरोपी ने ये किया खुलासा

ग्वारीघाट टीआई भूमेश्वरी चौहान, एसआई रितु उपाध्याय सहित थाने और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने आरोपी को दबोचा। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि सोमवार शाम 6 बजे वह काम से लौटा तो शालिनी उसके घर में मौजूद थी। शालिनी को शराब पीने की लत थी। उसके लिए महेंद्र ने शराब खरीदी। शराब पी कर शालिनी उससे पैसे लिए और साथ में ग्वारीघाट गई। वहां मां सोना बाई विश्वकर्मा को पैसे देकर वह भूपेंद्र के साथ लौट आई। भूपेंद्र खाना बनाने में जुट गया और शालिनी सो गई। 10 बजे के लगभग उठी और शराब पीकर फिर सो गई।

हत्या के बाद आरोपी ने खाना खाया, और फिर पेपर बांटने निकल गया

रात लगभग 12 बजे आरोपी भूपेंद्र ने बार-बार ब्लैकमेल कर पैसे मांगने और शालिनी की बेवफाई से आजिज आ चुका था। छुटकारा पाने हत्या का इरादा पहले ही बना लिया था। आरोपी ने एक कागज पर ‘प्यार में धोखा’ और नीचे वीरा का नाम लिखकर रख लिया था। उसने वीरा को फंसाने के लिए कहा था। शराब के नशे में सोते समय ही शालिनी पर उसने आंगन में रखे पत्थर से ताबड़तोड़ कई वार कर मार डाले। कमरे में फैले खून के बीच में ही आरोपी ने इत्मिनान से बैठकर खाना खाया और फिर तड़के 4 बजे पेपर बांटने मालवीय चौक पहुंच गया।

मर्डर की सूचना पाकर पहुंची थी ग्वारीघाट पुलिस।

मर्डर की सूचना पाकर पहुंची थी ग्वारीघाट पुलिस।

6 सितंबर की सुबह 7.30 बजे मिली थी मर्डर की सूचना

ग्वारीघाट टीआई भूमेश्वरी चौहान के मुताबिक सुबह पौने आठ बजे के लगभग भीमनगर के पास लालकुआं निवासी महेंद्र के भाई राजू गढ़वाल ने थाने में दी थी। महिला की पहचान ग्वारीघाट पुरानी बस्ती में रहने वाली शालिनी जैन (24) के रूप में होने पर ग्वारीघाट में भीख मांगने वाली उसकी मां मोनाबाई विश्वकर्मा को घटनास्थल पर बुलाया गया था। उसी ने पुलिस को भूपेंद्र उर्फ पप्पू और वीरा पर हत्या करने का संदेह व्यक्त किया था। हत्या के बाद भूपेंद्र की फरारी ने भी संदेह को पुख्ता कर दिया था।

आरोपी भूपेंद्र को मौसी ने पाला है

आरोपी भूपेंद्र गढ़वाल (48) अविवाहित है। चार वर्ष का था, जब उसकी मां सरस्वती बाई का निधन हो गया था। पिता भगवानदास ने उसकी मौसी बसंती बाई से दूसरी शादी कर ली थी। बसंती बाई ने ही भूपेंद्र और अपने पांच और बच्चों को पाला है। भूपेंद्र बड़ा होने के बाद से ही पीछे के हिस्से में अलग रहने लगा था। वह बेलदारी का काम करता है।

शालिनी को जिंदगी में कहीं नहीं मिला ठौर

शालिनी जैन ने 6 साल पहले भूकंप कॉलोनी परसवाड़ा निवासी संजय जैन से प्रेम विवाह किया था। 4 साल का बेटा श्रेयांश और दो साल की बेटी अंशिका हैं। संजय गढ़ा में कपड़े की दुकान लगाता है। बेटी के पैदा होने के बाद पति संजय जैन अलग हो गया। बेटा संजय जैन के पास रहता है, तो बेटी अंशिका नानी सोनाबाई के साथ रहती है। सोनाबाई ग्वारीघाट में भीख मांग कर गुजारा करती है।

राजस्थान में बेचने के लिए शालिनी को ले गया था गिरोह

शालिनी जैन को परसवाड़ा भूकंप कॉलोनी निवासी संतोषी मराठा ने कोटा में मजदूरी दिलाने का झांसा देकर 22 जनवरी को ले गई थी। शालिनी ने नानी सोनाबाई से झूठ बोला था कि वह कपड़े लेने जा रही है। इसके बाद वापस नहीं लौटी। 28 जनवरी को सोनाबाई ने उसकी गुमशुदगी ग्वारीघाट में दर्ज कराई थी। उसके सांवले रंग के चलते उसका सौदा नहीं हो पाया। 11 मार्च को वह जबलपुर आ गई। इसके बाद ग्वारीघाट में उसके बयान के आधार पर मानव तस्करी में शामिल गिरोह के सदस्य अनिल बर्मन (28), उसकी पत्नी ज्योति बर्मन, परसवाड़ा संजीवनी नगर निवासी संतोषी बैरागी और बूंदी कोटा राजस्थान निवासी सुरेश सिंह ठाकुर व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। शालिनी इस मामले में मुख्य गवाह थी।

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