कोरोना की दूसरी लहर में सबसे अधिक शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी और शिक्षकों की मौत हुई है लेकिन शिक्षकों की मौत के मामले में शिक्षा विभाग के द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही है जहां एक और मृत हुए शिक्षकों के परिजनों को किसी भी प्रकार की राहत प्रदान की गई है वहीं उन्हें अनुकंपा नियुक्ति से भी अब तक वंचित रखा गया है।
जबकि शासन के निर्देश है कि यदि किसी विभाग के कर्मचारी की कोरोना संक्रमण के चलते मृत्यु हो जाती है तो उसके परिजनों को तत्काल राहत पहुंचाई जाए और उनके परिजनों के किसी भी एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए लेकिन इस मामले में शिक्षा विभाग की ओर से अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
कोरोना की दूसरी लहर मैं करीब 1 सैकड़ा से अधिक शिक्षकों ने अपनी जान गवाई हैं। वहीं शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा अंतिम संस्कार राशि प्रदान किए जाने पर अपनी ही पीठ थपथपाई जा रही है।
इस संदर्भ में दूरभाष पर चर्चा के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी पी आर मेश्राम ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में जिन शिक्षकों की मृत्यु हुई है उनके परिजनों को अंतिम संस्कार और राशि ₹5000 प्रदान की गई केवल 2 शिक्षकों के परिजनों को यह राशि प्रदान नहीं की गई लेकिन शीघ्र ही यह राशि जारी कर दी जाएगी वही अन्य राहत राशि और अनुकंपा नियुक्ति को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी श्री मेश्राम ने कहा कि अब तक यह प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई है लेकिन प्रयास किए जा रहे हैं कि शीघ्र इस प्रक्रिया को पूर्ण कर लिया जाए।