शहर के नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत निवासरत आवासहीन तथा भूखंडविहीन व्यक्तियों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत किफायती दरों में पक्के मकान दिए जाने को लेकर बूढ़ी आईटीआई के पीछे बनाए जा रहे ईडब्लूएस मकानों का निर्माण कार्य करीब 3 साल बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है वही मुख्य नगरपालिका अधिकारी सतीश मटसेनिया ने इस योजना को पूर्ण किए जाने को लेकर हितग्राहियों पर पूरी योजना थोप दी है।
आपको बताएं कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नगर पालिका क्षेत्र में रहने वाले आवासहीन व्यक्तियों को दो लाख रुपए में पक्के मकान दिए जाने थे जिसको लेकर करीब 3 साल पूर्व हितग्राहियों से बुकिंग राशि के तौर पर 20 हजार रुपए जमा करवाए गए थे और बाकी राशि उन्हें किस्तों में जमा की जाने थी इस योजना को लेकर शुरुआत में हितग्राहियों में काफी उत्साह नजर आया और लोगों ने बगैर इस योजना को परखे बुकिंग राशि जमा कर दी और इसके बाद नगर पालिका के द्वारा हर साल इस योजना को लेकर काफी बदलाव किए गए कभी बैंकों के माध्यम से लोन के जरिए राशि जमा किए जाने के निर्देश दिए गए तो कभी पूरी राशि एक साथ जमा किए जाने की बात भी सामने आई जिस पर काफी हितग्राहियों ने जमा की गई बुकिंग राशि वापस ले ली।
अब नगरपालिका द्वारा यह बात स्पष्ट कर दी गई है कि यदि हितग्राही राशि जमा करते हैं तभी यह प्रोजेक्ट पूरा हो सकता है और नगर पालिका इतना बड़ा प्रोजेक्ट पूरा करने में अब असमर्थ हो चुकी है।
नगरपालिका के वरिष्ठ अधिकारियों की माने तो निर्माण कराए जा रहे हैं मकानों के एक कॉलम में 35 से 36 फ्लैट निकल रहे हैं लेकिन किसी भी हितग्राही के द्वारा पूरी रकम नगर पालिका को जमा नहीं की गई है इस संदर्भ में पद्मेश न्यूज़ से चर्चा के दौरान मुख्य नगरपालिका अधिकारी सतीश मट सेनिया ने कहा कि यह प्रोजेक्ट करोड़ों का है यदि हितग्राही सामने आते हैं तो यह प्रोजेक्ट 7 से 8 महीने का है उन्होंने कहा कि शासन के द्वारा स्लम और नॉन स्लम के सभी हितग्राहियों के लिए ₹ दो लाख की राशि निश्चित की है।