पूर्व भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो के TMC में शामिल होने के बाद उन्हें राज्यसभा का टिकट मिल सकता है। बाबुल सुप्रियो को अर्पिता घोष की जगह तृणमूल कांग्रेस राज्यसभा भेज सकती है। वहीं बंगाल के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक सुवेन्द्र अधिकारी ने कहा कि बाबुल सुप्रियो को तुरंत संसद की सदस्यता से इस्तीफा देना चाहिए। दरअसल भाजपा ने कोरोना की दूसरी लहर के बाद केन्द्रीय मंत्रीमंडल में बदलाव करते हुए कई मंत्रियों की छुट्टी कर दी थी और नए नेताओं को मंत्रीमंडल में शामिल किया गया था। इस दौरान बाबुल सुप्रियो से भी मंत्री पद छीन लिया गया था, जिसके बाद वो पार्टी से नाराज चल रहे थे और बाद में इस्तीफा भी दे दिया था।
बंगाल में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने सुप्रियो को अवसरवादी बताते हुए कहा, “यह केवल इस बात को साबित करता है कि वह केवल केंद्रीय मंत्री के पद के लिए पार्टी के साथ थे। जैसे ही उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया, उन्होंने खेमा बदल लिया। लेकिन मैं यह स्पष्ट कर दूं कि 2024 में एक भाजपा उम्मीदवार आसनसोल लोकसभा सीट जीतेगा।” वहीं ममता को प्रधानमंत्री का चेहरा बताए जाने पर उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस ममता का साथ दे रही है, ममता उसी के खिलाफ बोल रही हैं।
इस्तीफे पर बोले सुप्रियो- मैं नियमों का पालन करूंगा
सुप्रियो ने टीएमसी में शामिल होने के बाद कहा था, “मैं टीएमसी में शामिल होने को लेकर बहुत उत्साहित हूं। मैं बंगाल के विकास के लिए काम करूंगा।” वहीं लोकसभा सीट से इस्तीफे पर उन्होंने कहा “मैं नियमों का पालन करूंगा। जब मैं तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गया हूं तो आसनसोल सीट पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है।” वहीं राजनीति छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा “जब मैंने दो महीने पहले कहा था कि मैं राजनीति छोड़ना चाहता हूं तो मैं इसे लेकर गंभीर था। यह नया घटनाक्रम बीते दो-तीन दिनों में हुआ। इसलिए नया अवसर मिलने के बाद, मैंने अपना विचार बदलने का फैसला किया।”
अर्पिता घोष की जगह सुप्रियो जा सकते हैं राज्यसभा
टीएमसी सांसद अर्फिता घोष ने हाल ही में राज्यसभा सांसद के पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी संगठन के लिए काम करना चाहती हैं। उन्होंने आगे कहा था कि बाबुल सुप्रियो के पार्टी में शामिल होने से वो उत्साहित हैं और मिलकर बंगाल के विकास के लिए काम करेंगी। अब कयास लगाए जा रहे हैं कि अर्पिता ने जो सीट खाली की है। उसी सीट से बाबुल सुप्रियो को राज्यसभा भेजा सकता है।
पहले बोले राजनीति छोड़ेंगे फिर पार्टी छोड़ी
भाजपा के टिकट पर दूसरी बार आसनसोल संसदीय सीट से चुनाव जीतने वाले बाबुल सुप्रियो को टॉलीगंज सीट से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। पार्टी के इस फैसले के बाद उन्होंने कहा था कि वो राजनीति छोड़ देंगे, लेकिन भाजपा नेतृत्व ने उन्हें लोकसभा का सदस्य बने रहने के लिये मना लिया था। इसके बाद उन्होंने भाजपा का साथ छोड़ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और राज्यसभा सदस्य व प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन की मौजूदगी में टीएमसी की सदस्यता ली। गायक से राजनेता बने बाबुल सुप्रियो को अब TMC राज्यसभा भेज सकती है।
राष्ट्रीय स्तर पर बाबुल का इस्तेमाल करना चाहती है TMC
TMC राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए सुप्रियो का प्रभावी ढंग से उपयोग करना चाहती है। इसलिए उन्हें अर्पिता घोष के स्थान पर राज्यसभा का टिकट मिल सकता है। तृणमूल कांग्रेस का मानना है कि सात साल तक मंत्री रहे सुप्रियो की मौजूदगी से उन्हें दिल्ली में अपनी उपस्थिति बढ़ाने में मदद मिलेगी। साथ ही भाजपा में उनका अनुभव भगवा ब्रिगेड की रणनीति को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा। TMC सुप्रियो को पूर्वोत्तर, झारखंड, बिहार और ओडिशा में अपनी विस्तार योजना में भी इस्तेमाल करना चाहती है।