कोलकाता डॉक्टर रेप और हत्या केस में पुलिस ने दावा किया है कि आरोपी अपने मोबाइल फोन में वायलेंट पोर्न वीडियोज रखता था। उसे इस तरह के वीडियो देखने की लत थी। उसके मोबाइल फोन से इस तरह के बहुत से क्लिप भी मिले हैं। उसे वुमनाइजर भी कहा जा रहा है। वुमनाइजर वो लोग होते हैं, जो कई महिलाओं से संबंध बनाते हैं। कोलकाता केस के आरोपी जैसे लोग किस तरह के दिमाग वाले होते हैं, उनके दिमाग में क्या चल रहा होता है? क्या वो वाकई में एनिमल इंस्टिंक्ट वाले होते हैं या उनके दिमाग में कोई केमिकल लोचा होता है…इसे समझते हैं।
6 शादियां की थीं डॉक्टर के हत्यारे ने, बीवियों से करता मार-पीट
कोलकाता पुलिस के अनुसार, डॉक्टर के रेपिस्ट और हत्यारे ने 4 शादियां की थीं। मगर, एक भी शादी ज्यादा दिन नहीं चली। वह वुमनाइजर था। हमें उसके मोबाइल फोन से पोर्नोग्राफी कंटेंट मिले हैं, जो काफी हिंसक हैं। हम यह जानकर हैरान हैं कि उसका दिमाग कैसा होगा, जो वह ऐसी चीजें देखा करता था, जो बेहद ही अप्राकृतिक थीं। ऑटोप्सी रिपोर्ट में डॉक्टर के प्राइवेर्ट पार्ट पर गहरे जख्म भी मिले थे। आरोपी अपनी बीवियों के साथ मार-पीट भी करता था।
हिंसक पोर्न देखने वाला पीड़िता को देता हैं अंदरूनी जख्म
साइबर फॉरेंसिक सिक्योरिटी एंड लॉ एक्सपर्ट मोनालीकृष्ण गुहा के अनुसार, हिंसक पोर्न पोर्नोग्राफी का ही एक प्रकार है जिसमें गंभीर चोटें,हिंसा एवं क्रूरता का सहारा लेकर पोर्नोग्राफिक कंटेंट को तैयार किया जाता है। यह एक तरह का गुस्से में आकर किया गया दुर्व्यवहार है, जिसमें पीड़ित से मार-पीट, अभद्र बर्ताव और रेप किया जाता है। ऐसे आरोपी अगर खुद पर से अपना नियंत्रण खो दें तो जिसे इसका शिकार बनाया गया है उसके बाहरी एवं आंतरिक अंगों को गंभीर चोट पहुंचा सकते हैं। यहां तक कि पीड़िता की जान जाने का खतरा भी बना रहता है। कोलकाता रेप केस में भी आरोपी का बर्ताव कुछ ऐसा ही था।