देश की सबसे बड़ी ऑटो कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड की गाड़ियां आने वाले दिनों में सस्ती हो सकती हैं। 2024-25 की पहली तिमाही में कंपनी के प्रॉडक्शन में पिछले साल के मुकाबले 7.4 फीसदी तेजी रही। इस दौरान कंपनी ने 496,000 गाड़ियां बनाई। लेकिन दौरान कंपनी की बिक्री में केवल 1.2 फीसदी तेजी आई। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी ने 427,000 गाड़ियां बेची। यानी डीलर के पास अभी अच्छी-खासी इंवेंट्री पड़ी है। कंपनी का कहना है कि साल की पहली तिमाही में भारतीय बाजार में यात्री गाड़ियों की मांग उम्मीद से कम रही। इसलिए वह अपने प्रॉडक्शन को एडजस्ट कर रही है ताकि डीलर इंवेंट्री को कम किया जा सके।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी में मैज्योरिटी शेयरहोल्डर सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन ने एक कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा कि मार्केट स्टॉक को कम करने के लिए कंपनी अपने प्रॉडक्शन को एडजस्ट कर रही है। साथ ही कंपनी की नजर डिमांड ट्रेंड्स पर भी है। फेस्टिव सीजन हमारे लिए अहम है और कंपनी डिमांड ट्रेंड्स पर करीबी नजर रखेगी। डिमांड घटने से डीलरों के पास इंवेंट्री बहुत बढ़ गई है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने इस बारे में सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल एसोसिएशन (SIAM) को हाल के महीनों में दो पत्र लिखकर डीलर्स के पास इंवेंट्री बढ़ने की बात कही है।
दो महीने के बराबर इंवेंट्री
FADA का कहना है कि उसके मेंबर्स डीलरों के पास करीब 730,000 गाड़ियों की इंवेंट्री है जो दो महीने की बिक्री के बराबर है। हालांकि SIAM का दावा है कि यह संख्या 400,000 यूनिट के करीब है। सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन ने एनालिस्ट्स से कहा कि अमूमन भारतीय बाजार में पहली तिमाही में डिमांड कम रहती है लेकिन इस बार डिमांड उम्मीद से कम रही। आम चुनावों, भारी बारिश और लू इसका कारण हो सकता है। इंवेंट्री बढ़ने से कंपनी एडजस्टमेंट कर रही है। इस साल फेस्टिवल सीजन पिछले साल के मुकाबले जल्दी शुरू हो रहा है। डिमांड बढ़ने से फेस्टिव सीजन में अच्छी बिक्री हो सकती है।