इंदौर,Education Indore News। पूरा प्रदेश खुल चुका है। बसों और ट्रेनों का संचालन हो रहा है। कोरोनाकाल का टीका भी निकल गया है। इसके बावजूद स्कूल नियमित खोलने को लेकर सरकार रूचि नहीं दिखा रही। अब समय आ गया है कि नर्सरी से आठवीं तक के स्कूलों को भी नियमित रूप से खोल दिया जाएं। स्कूल बंद होने का असर बच्चों के भविष्य पर पड़ रहा है।
यह मांग एमपी बोर्ड प्रायवेट स्कूल एसोसिएशन ने शासन के समक्ष रखी है। एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा मंत्री के नाम इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा। एसोसिएशन ने यह मांग भी की कि परीक्षा ओएमआर शीट आधारित ही करवाई जाएं। इसका फायदा बच्चों को भविष्य में प्रतियोगी परीक्षाओं में मिलेगा। एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने लोक शिक्षण संचनालय आयुक्त जयश्री कियावत से मुलाकात कर विषय वृद्धि के लिए विद्यालयों द्वारा आवेदन प्रस्तुत करने की तारीख बढ़ाने की मांग भी की। आयुक्त ने इस मांग को मौके पर ही स्वीकारते हुए कहा कि जो विद्यालय विषय वृद्धि की फाइल जमा नहीं करवा पाए हैं, वे लेटर हेड पर लिखकर संयुक्त संचालक कार्यालय में जमा करा सकते हैं। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल सोनी, नगर अध्यक्ष अरुण खरात आदि शामिल थे।
मार्च के बाद से ही बंद हैं स्कूल
नर्सरी से आठवीं तक के स्कूल मार्च 2020 के बाद से ही बंद हैं। बच्चे आनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। हाल ही में शासन ने नौवीं से 12वीं तक के स्कूलों को शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दी है।