सिकन्द्रा के खेतो में जंगली सूअर का आतंक

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वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सिकंन्द्रा में जंगली सूअर का आतंक खेतों की तरफ देखने को मिल रहा है। जहां किसान भय के वातावरण में अपनी खेती कार्य को संपादित कर रहे हैं जो सूर्य देवता की उपस्थिति में ही घर को लौट जाते हैं। जहां पर इसके पहले भी जंगली सूअर के द्वारा कुछ किसानों पर हमला भी किया जा चुका है। वर्तमान में यह जंगली सूअर खेतों में लगी फ सल को खोद रही है तो वहीं खेतों में बड़े.बड़े गड्ढे भी बना रही है। ऐसे में जंगली सूअर की उपस्थित बनी हुई है जिसको लेकर ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग से जंगली सूअर के आतंक पर अंकुश लगाने की मांग कर रहे हैं। ताकि निश्चिंत होकर वह खेती कार्य कर सके जहां पर वर्तमान में रबी की फसल लगाने का कार्य चल रहा है। जिसमें किसानों के रबी धान का परहा लगाने की तैयारी की जा रही है तो वहीं कुछ किसानों के द्वारा गेहूं सरसों गन्ने की फ सल लगाई गई है। जिसमें जंगली सूअर सबसे ज्यादा नुकसान इन फ सलों को पहुंचा रही है। यह स्थिति सिकन्द्रा के किसी एक स्थान पर नहीं नदीटोला ,पटेलटोला और कॉलेजटोला पूरे ग्राम में जंगली सूअर की उपस्थिति बनी हुई है। जहां बीते कुछ दिनों पहले जंगली सूअर के द्वारा एक व्यक्ति और एक छोटी बच्ची पर हमला कर दिया गया था। इस दौरान किसान साथ में मिलकर खेतों की ओर जाते हैं जिन्हें जंगली सूअर का डर बना हुआ है।

जगंली सूअर के कारण हर किसान परेशान है-बारीकदास कावरे

किसान बारीकदास कावरे ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि जंगली सूअर से हम ही नहीं हर कोई परेशान है। हमारे द्वारा रबी की फ सल लगाई गई है जिसमें धान की खार बुवाई चल रही है । जिसमें जंगली सूअर के द्वारा गड्ढा खोदा जा रहा है इससे हमारी फ सल भी खराब होगी। आने जाने में डर लगने लगा है ,कब किधर से जंगली सूअर हमला कर दे रात में यहां पर आकर हम जग भी नहीं सकते है। बीते दिनों दो से तीन व्यक्तियों को जंगली सूअर ने चोट पहुंच चुकी है और सभी के मन में डर बना हुआ है। अभी गेहूं सरसों की फ सल जिनके खेत में लगी है उनको बहुत ज्यादा नुकसान है क्योंकि सूअर गड्ढा करती है। जिसके कारण फसल बर्बाद होती है विभाग को इनका बंदोबस्त करना चाहिए।

जगंली सूअर के कारण भय का वातावरण निॢमत हो रहा है-रमेश कावरे

किसान रमेश कावरे ने बताया कि हमारे द्वारा अपने खेत में थोड़े स्थान पर गन्ना लगा दिया गया है और बाकी स्थान पर धान लगाने के लिए तैयारी की जा रही है । अब परहा लगाना है परंतु जंगली सूअर के द्वारा खेत में बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा रहा है जो खार डाली गई है उसे खोद रही है। खेत के धूरे एवं पार को तोड़ रही है बहुत ज्यादा समस्या बनी हुई है और रात में आने में दिक्कत है । जब यह फ सल को खोदती है तो बीज को फेंक देती है हमारे द्वारा शिकायत तो नहीं की गई है। पर वन विभाग को व्यवस्था करनी चाहिए किसान को इससे बहुत ज्यादा समस्या है और चारों तरफ डर लगा हुआ है।

वन विभाग को व्यवस्था कर और घायल लोगों को मुआवजा देना चाहिए-सुभाष पारधी

किसान सुभाष पारधी ने बताया कि जंगली सूअर का बहुत आतंक है लोगों के खेतों में खुदाई कर फ सल और खेत दोनों को नुकसान पहुंचा रही है । जहां गड्ढे हो गए हैं और कई बार लोगों पर भी हमला करती है । अभी दो लोगों पर हमला की थी जिस कारण से डर का वातावरण बना हुआ है । शाम को किसान खेतों में रहता नहीं है सब सूर्य के रहते हुए ही घर वापस लौट जाते है। किसी के ऊपर भी यह हमला कर देती है जानवरों पर भी हमला करती है । फॉरेस्ट विभाग को व्यवस्था बनानी चाहिए और घायल लोगों को मुआवजा देना चाहिए। इसकी शिकायत हमारे द्वारा की गई है किसान खेतों में काम करने से डर रहे हैं अभी उनका जरूरी काम है परहा लगाना है गहानी अभी अभी पूरी हुई है । अब नई फसल का वह इंतजार कर रहे हैं ऐसे में विभाग को सुरक्षा करनी चाहिए।

इनका कहना है

दूरभाष पर चर्चा में बताया कि सिकंन्द्रा में ऐसी स्थिति है तो मौका निरीक्षण कर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। और सूचना के अभाव में जंगली सूअर से घायल कोई चुका है तो उसका प्रकरण भी तैयार किया जाएगा।

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