खर्च नहीं उठा सकते, इसलिए बच्चे पैदा नहीं कर रहे लोग! क्या भारत में शुरू हुई फर्टिलिटी की समस्या? इस शख्स ने बताए कई कारण

0

नई दिल्ली: क्या आपके आसपास कोई ऐसा परिवार है जिनके कई साल से बच्चे नहीं हैं? या सिर्फ एक ही बच्चा है? हो सकता है कि आप इसे किसी दूसरी नजर से देखें, लेकिन एक बहुत बड़ा कारण सामने आ रहा है। वह है बच्चे का खर्च उठाने की क्षमता कम होना। इस बारे में एक इन्वेस्टमेंट बैंकर सार्थक आहूजा (Sarthak Ahuja) ने इस बारे में चेतावनी दी है।

भारत में बच्चे पैदा करने की दर घट रही है। सार्थक आहूजा का कहना है कि भारत में फर्टिलिटी (प्रजनन) की समस्या अभी शुरू हुई है। आहूजा ने UN Population Fund की 2025 की रिपोर्ट का हवाला देते हुए लिंक्डइन पर लिखा कि फर्टिलिटी रेट जो कभी 2.1 पर स्थिर थी, अब उससे नीचे गिर गई है। आंकड़ों के अनुसार, भारत में अब एक महिला औसतन 1.9 बच्चे ही पैदा कर रही है। यह संख्या पहले 2.1 थी। 2.1 की दर को रिप्लेसमेंट लेवल माना जाता था यानी मतलब जनसंख्या को स्थिर रखने के लिए जरूरी दर। लेकिन अब यह उससे भी कम हो गई है।

मजबूरी बनी समस्या

सार्थक आहूजा का कहना है कि यह समस्या पसंद की नहीं, बल्कि मजबूरी की है। उनके अनुसार, बच्चे पैदा करने में लोगों को कई दिक्कतें आ रही हैं। जैसे कि महंगाई, देर से शादी करना और जीवन में बहुत तनाव होना। आहूजा के अनुसार, यह सिर्फ जनसंख्या का मामला नहीं है। यह दिखाता है कि बहुत से भारतीय अब परिवार शुरू करने में सक्षम महसूस नहीं करते।

बच्चे पैदा नहीं करने के क्या कारण?

आहूजा बताते हैं कि लगभग 40% लोगों ने सर्वे में कहा कि वे बच्चे पैदा करने का खर्च नहीं उठा सकते। उन्होंने बताया कि नौकरी की असुरक्षा (21%) और घर का महंगा होना (22%) सबसे बड़ी दिक्कतें हैं। इसके अलावा 28% लोगों ने खराब सेहत (15%) या बांझपन (13%) को भी कारण बताया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here