लंबे समय से बसों का किराया बढ़ाने की मांग कर रहे संचालक अब मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उनसे हस्तक्षेप की मांग करेंगे।
बस संचालकों के अनुसार परिवहन मंत्री गोविंदसिंह राजपूत ने पिछले माह के अंत में हमारे साथ हुई बैठक में एक मार्च से किराया बढ़ाने की बात कही थी, लेकिन अब मार्च का महीना भी आधा बीतने को आया है और किराया अब तक नहीं बढाया गया है। यह भी नहीं बताया जा रहा है कि किराया कितना और कब से बढ़ाया जा रहा है। हम परिवहन विभाग के अधिकारियों से चर्चा करते है, तो वे भी कुछ कह नहीं पा रहे हैं। संचालकों के अनुसार हमने परिवहन मंत्री के कार्यालय में चर्चा की तो पता चला कि मुख्यमंत्री की अनुमति के बिना किराया नहीं बढ़ेगा। इसी को लेकर आदेश नहीं हो पा रहा है। अब हम मुख्यमंत्री से ही बात करेंगे।
गौरतलब है कि लगातार डीजलों की कीमतों का हवाला देकर बस संचालक किराया बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि आखिरी बार जब किराया बढ़ा था। उस समय डीजल की कीमत 65 या 66 रुपये थी। अब इसकी कीमत बढ़ कर 90 रुपये के करीब पहुंच गई है। जबकि दूसरे संचालन खर्च भी बढ़ गए है। ऐसे में संचालन मुश्किल हो गया है।
मुख्यमंत्री से कहेंगे अपनी बात
हमारे साथ शासन द्वारा छल किया जा रहा है। बस का संचालन करना अब मुश्किल है। ऐसे में मुख्यमंत्री से ही चर्चा कर अपनी बात कहेंगे। ताकि हमारी समस्या का हल हो सकें।- गोविंद शर्मा, अध्यक्ष, प्राइम रूट बस आनर्स एसोसिएशन