लामता परसवाड़ा रोड रंगो पाठ घाट के ऊपर हुआ हादसा

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लामता थाना अंतर्गत परसवाड़ा रोड रंगो पाठ घाट के ऊपर एक अज्ञात वाहन साइकिल को ठोस मारकर फरार हो गया अज्ञात वाहन की ठोकर से साइकिल सवार मानिक राम पिता लाल जी भलावी 45 साल ग्राम डोंगरिया थाना परसवाड़ा निवासी गंभीर रूप से घायल हो गया जिसकी परसवाड़ा अस्पताल से जिला अस्पताल लाते समय रास्ते में मौत हो गई जिला अस्पताल पुलिस ने इस व्यक्ति की लाश पोस्टमार्टम करवा कर उसके परिजनों को सौंप दिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मानिक राम भलावी अपने परिवार के साथ खेती किसानी के अलावा मजदूरी करता था।जिसके परिवार में पत्नी रामकली भलावी ,दो बेटे मनोज भलावी 27 वर्ष और सरोज भलावी 22 वर्ष है। मानिक राम के दोनों बेटे भी मजदूरी करते हैं। बताया गया है कि इन दिनों मानिकराम भलावी लामता रोड रंगोपाठ मंदिर के तरफ जंगल मैं मजदूरी से बस कटाई करने जाता था ।12 फरवरी को सुबह 9:00 बजे करीब मानिकराम भलावी साइकिल में बांस काटने के लिए जा रहा था ।तभी लामता रोड रंगोपाठ घाट के ऊपर कोई अज्ञात वाहन साइकिल सवार मानिक राम भलावी को ठोस मारकर फरार हो गया ।अज्ञात वाहन की ठोकर से मानिकराम भलावी गंभीर रूप से घायल बेहोश हो गया था और रोड पर पड़ा था। लोगों की भीड़ लगी हुई थी। तभी वहां पर उसके बड़े भाई का बेटा दिनेश भलावी पहुंचा भीड़ मैं जाकर देखा वहां पर उसका चाचा मानिकराम भलावी घायल हालत में पड़ा हुआ था जिसे तुरंत ही 108 एंबुलेंस से परसवाड़ा अस्पताल लाकर भर्ती किया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद मानिकराम को जिला अस्पताल बालाघाट रिफर किया गया था ।जिला अस्पताल पहुंचने के पहले ही मानिकराम भलावी कि रास्ते में ही मौत हो गई। जिला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने मानिकराम भलावी को मृत घोषित कर दिए। जिला अस्पताल पुलिस चौकी के सहायक उपनिरीक्षक जितेंद्र बाहेश्वर और आरक्षक विक्रम शर्मा ने मृतक मानिकराम भलावी की लाश पोस्टमार्टम करवाकर उसके परिजनों को सौंप दिया और मर्ग कायम कर मर्ग डायरी अग्रिम कार्रवाई हेतु पुलिस थाना लामता भिजवा दी है।

अज्ञात वाहन ने साइकिल को ठोस मार दिया- मनोज भलावी

मृतक मानिकराम के बेटे मनोज भलावी ने बताया कि उसका पिता बांस काटने के लिए साइकिल से लामता रोड जा रहा था तभी रंगोपाठ घाट में कोई अज्ञात वाहन ने सायकल को ठोस मार दिए। जिससे वह घायल हो गए परसवाड़ा के अस्पताल से जिला अस्पताल बालाघाट रिफर किया गया था। पिताजी की रास्ते में मौत हो गई।

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