दक्षिण सामान्य वन विभाग लालबर्रा वन परिक्षेत्र अंतर्गत आने वाले सोनेवानी जंगल को वन भ्रमण व अनुभूति केंद्र के लिए प्रमुखता से जाना जाता है जहां जिले सहित अन्य जिलों व प्रदेशों के पर्यटक व नागरिक घूमने आते है और जंगल क्षेत्र का भ्रमण कर बाघ सहित अन्य वन्यप्राणियों का दीदार करते है परन्तु शासन के निर्देश पर दक्षिण सामान्य वन विभाग लालबर्रा के वन परिक्षेत्र अधिकारी के द्वारा बारिश के मौसम को देखते हुए बंद कर दिया गया था जिससे क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, जिप्सी चालक एवं पर्यटकों सहित आमजनों में आक्रोश व्याप्त है क्योंकि पूर्व मेंं यह जंगल भ्रमण तत्कालीन रेंजरों के द्वारा ३० जून व बरसात पानी के आते तक खोला जाते रहा है परन्तु वन परिक्षेत्र अधिकारी लालबर्रा हर्षित सक्सेना के द्वारा १५ जून से वन परिक्षेत्र अंतर्गत सोनेवानी अनुभव भ्रमण क्षेत्र पर्यटकों व आमजनों के लिए बंद कर दिया गया था। १८ जून को जिप्सी वाहन चालक संगठन एवं ग्राम पंचायत पांढरवानी सरपंच अनीस खान के द्वारा वन परिक्षेत्र अधिकारी हर्षित सक्सेना को ज्ञापन सौंपकर आमजन व पर्यटकों की मांग पर सोनेवानी जंगल भ्रमण की तिथि ३० जून तक बढ़ाने की मांग की है। जिसके बाद वन परिक्षेत्र अधिकारी हर्षित सक्सेना ने जिप्सी वाहन चालक संगठन, ग्राम पंचायत पांढरवानी सरपंच अनीस खान एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की मांग पर सोनेवानी जंगल भ्रमण करने की तिथि को बढ़ा दिया है अब क्षेत्रीय पर्यटक ३० जून तक सोनेवानी जंगल क्षेत्र का भ्रमण कर बाघ, तेंदुआ, बायसन, सांभर, चीतल, मोर व अन्य वन्यप्राणियों का दीदार कर सकते है परन्तु पर्यटक जंगल क्षेत्र में वन विभाग से रजिस्टर्ड जिप्सी वाहन से ही भ्रमण करेगें दुसरे वाहन से भ्रमण करने वालों पर वैधानिक कार्यवाही की जायेगी और यह भ्रमण सुर्य उदय से लेकर सूर्य अस्त के बीच में करना है। आपकों बता दें कि लालबर्रा मुख्यालय से करीब ८ किमी. दूर दक्षिण सामान्य वन परिक्षेत्र लालबर्रा के वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सोनेवानी, चिखलाबड्ी, टेकाड़ी जंगल क्षेत्र में वन्यप्राणी के दीदार करने के लिए जिले सहित अन्य प्रदेश के पर्यटक आते है और जंगल क्षेत्र का भ्रमण कर वन्यप्राणियों का दीदार करते है और प्रतिवर्ष ३० जून तक सोनेवानी जंगल क्षेत्र का पर्यटक जिप्सी में बैठकर भ्रमण करते थे परन्तु इस वर्ष १५ दिन पूर्व ही जंगल क्षेत्र के भ्रमण पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। जिससे क्षेत्रीय पर्यटकों, जनप्रतिनिधियों एवं जिप्सी चालकों में आक्रोश व्याप्त हो गया था क्योंकि इन्ही दिनों में पर्यटकों को वन्यप्राणियों के अधिक दीदार होते है एवं जिप्सी चालकों को रोजगार मिलता था परन्तु जंगल क्षेत्र के भ्रमण में प्रतिबंध लगने से जिप्सी चालक भी रोजगार से वंचित हो गये थे और पर्यटकों को वन्यप्राणियों के दीदार नही हो रहे थे क्योंकि बरसात प्रारंभ होने के बाद जंगल क्षेत्र में जाने पर पूर्णत: प्रतिबंध लग जायेगा जिसके बाद अप्रैल माह से पुन: प्रारंभ होगा। जिप्सी वाहन चालक, जनप्रतिनिधियों एवं पर्यटकों की मांग पर सोनेवाली जंगल क्षेत्र भ्रमण की तिथि को बढ़ाकर ३० जून कर दिया गया है जिससे सभी में हर्ष की लहर व्याप्त है और वन विभाग के अधिकारी का सभी ने आभार व्यक्त किया है।
दूरभाष पर चर्चा में वन परिक्षेत्र अधिकारी हर्षित सक्सेना ने बताया कि बारिश का मौसम आने के कारण सोनेवानी जंगल क्षेत्र के भ्रमण पर प्रतिबंध लगा दिया गया था परन्तु जनप्रतिनिधि, पर्यटक व जिप्सी वाहन चालकों के द्वारा मांग की गई है कि पूर्व में ३० जून तक पर्यटक जंगल क्षेत्र का भ्रमण कर वन्यप्राणियों का दीदार करते थे इसलिए ३० जून तक के लिए सोनेवानी जंगल क्षेत्र के भ्रमण की अनुमति दी गई है परन्तु जो जिप्सी वाहन वन विभाग से रजिस्टर्ड है पर्यटकों को जंगल के अंदर लेकर जाने के लिए उसी वाहन से पर्यटक को जंगल क्षेत्र में भ्रमण एवं वन्यप्राणियों के दीदार करने की अनुमति दी जायेगी।