नगर मुख्यायल से लगभग ५ किमी. दूर बालाघाट-सिवनी हाईवे मार्ग स्थित ग्राम पंचायत सिहोरा एवं पोंडी के बीच नाले पर बने पुल की रेलिंग क्षतिग्रस्त होने लगी है एवं कुछ दुरी तक टूटकर नीचे गिर चुकी है और टूटने का क्रम जारी है। जो कि दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रही है क्योंकि विगत वर्षोंपूर्व लाखों रूपयों की लागत से सिहोरा व पोंडी के बीच से गुजरी नाले के ऊपर पुल का निर्माण किया गया है और पुल से आवागमन करने वाले लोगों की सुरक्षा की दृष्टि से पुल के दोनों ओर सीमेंट की रैलिंग लगाई गई है ताकि पुल से आने-जाने वालों के साथ किसी प्रकार का हादसा घटित न हो सके परन्तु सीमेन्ट व लोहे से बनी रेलिंग का काम गुणवत्तापूर्ण नही होने के कारण क्षतिग्रस्त होने लगी है। ऐसी स्थिति में पुल से गुजरते समय अगर बाईक अनियंत्रित होती है या बरसात के दिनों में नाले से पानी बहते समय कोई व्यक्ति इस रेलिंग को पकडक़र नीचे देखते समय अनियंत्रित हो जाता है तो वहां सीधे ३०-३५ फीट नीचे नाले की खाई में गिर सकता है जिससे बहुत बड़ा हादसा घटित हो सकता है। साथ ही पुल केे दोनों ओर स्पीड ब्रेकर भी नहीं होने से आये दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही है क्योंकि यह हाईवे मार्ग है और इस मार्ग पर दर्जनों ग्राम आते है जिनके द्वारा आवागमन किया जाता है। साथ ही इस पुल के पास से एक मार्ग ग्राम पंचायत रमपुरी की ओर जाती है जहां से प्रतिदिन बड़ी संख्या में ग्रामीणों के द्वारा आवागमन किया जाता है और ग्रामीणजन भी स्पीड में वाहन हाईवे की ओर लेकर आते है। वहीं दूसरी ओर से हाईवे मार्ग पर भी दोनों ओर स्पीड ब्रेकर नहीं होने से छोटे-बड़े दुपहिया, चौपहिया वाहन बिना रूके तेज गति से गुजरते है इस स्थिति में कई बार अचानक वाहन के आ जाने से टक्कर होने के साथ ही दुर्घटनाएं घटित होते रहती है। लंबे समय से पुल के दोनों साईड स्पीड ब्रेकर बनाने एवं क्षतिग्रस्त रैलिंग का मरम्मत कार्य करवाने की मांग जिम्मेदारों से किया जा रहा है परन्तु कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे लोगों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। जबकि इस मार्ग से रोजाना जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि भी आना-जाना करते है परन्तु उन्हे क्षतिग्रस्त रैलिंग दिखाई नही दे रहा है जिससे ऐसा लगता है कि किसी बड़े हादसे का इंतजार किया जा रहा है। राहगीर एवं ग्रामीणों ने पुल पर बने क्षतिग्रस्त रैलिंग का जल्द मरम्मत कार्य एवं पुल के दोनों साईड स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग शासन-प्रशासन से की है।
दुर्घटना होने की बनी है संभावना
आपकों बता दें कि बालाघाट-सिवनी हाईवे मार्ग ग्राम पोंडी व सिहोरा के बीच स्थित नाले के ऊपर बने पुल की ऊंचाई कम होने के कारण पूर्व में बरसात के दिनों में हल्की सी बारिश होने पर मार्ग से आवागमन बाधित हो जाता था जिसके कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी होती थी इसलिए ग्रामीणजनों ने नाले के ऊपर उच्च स्तरीय पुल बनाने की मांग शासन-प्रशासन से की थी। जिसके बाद विगत वर्ष पूर्व लाखों रूपयों की लागत से नवीन पुल का निर्माण करवाया गया था। साथ ही पुल के दोनों ओर सुरक्षा की दृष्टि से सीमेन्ट की रेलिंग लगाई गई थी ताकि पुल के ऊपर से गुजरते समय लोग सावधानीपूर्वक आवागमन कर सके परन्तु सीमेन्ट व लोहे के राड़ से बनाये गये रैलिंग गुणवत्तापूर्ण नही होने के कारण कुछ स्थानों से रैलिंग क्षतिग्रस्त होकर टूटकर नीचे गिरने लगी है। साथ ही कुछ स्थानों से सीमेन्ट की रेलिंग को तोडक़र लोहे के एंगल को अज्ञात चोरों के द्वारा चोरी कर नुकसान पहुंचाया जा रहा है और यह रेलिंग पुल के बीच स्थान से टूट चुका है। जिस स्थान से अगर कोई बड़ा वाहन गुजरता है और मोटरसाइकिल चालक गुजरते समय साईड लेते है। इसी दौरान वे टुटे रैलिंग के समीप पहुंचकर उनकी मोटरसाइकिल अनियंत्रित होती है तो वे सीधे ३०-३५ फीट नीचे खाई में गिर सकते है जिससे उनकी जान भी जा सकती है और रात्रि के समय वह दिखाई भी नही देता है जिससे हर समय दुर्घटना घटित होने की संभावना बनी हुई है। जबकि यह एक व्यस्तम मार्ग है और इस पुल के ऊपर से ओवर डम्फर, बस सहित अन्य चौपहिया वाहन, दुपहिया वाहन व अन्य साधनों से लोग आवागमन करते है परन्तु जिम्मेदारों के द्वारा कोई ध्यान नही दिया जा रहा है जिससे ग्रामीणजनों एवं राहगीरों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है।
दूरभाष पर एमपीआरडीसी विभाग बालाघाट महाप्रबंधक दीपक आड़े ने बताया कि आपके माध्यम से संज्ञान में आया है कि पोंडी एवं सिहोरा स्थित नाले पर बने पुल की रैलिंग क्षतिग्रस्त हो रही है एवं कुछ स्थानों से टुट चुकी है, जल्द ही स्थल का निरीक्षण कर मरम्मत कार्य करवाया जायेगा और हाईवे मार्ग में स्पीड ब्रेकर बनाने की अनुमति नही है इसलिए पुल के दोनों साईड में संकेतक बोर्ड लगा दिया गया है ताकि लोग धीरे चले।