बीमार मां का इलाज कराने के लिए सूदखोर से 30 हजार रुपये कर्ज लेना एक युवक को महंगा पड़ा। मूलधन के बदले ब्याज समेत उसने 90 हजार रुपये चुका दिए बावजूद इसके 80 हजार का कर्ज बरकरार है। जिसे वसूलने के लिए सूदखोर आपराधिक वारदात करने पर आमादा है। सूदखोर उसे जान से मारने की धमकी दे रहा है। सूदखोर से स्वयं व परिवार को बचाने के लिए युवक पुलिस अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर लगा रहा है।
दो वर्ष पूर्व लिया का कर्ज: गणेश मंदिर ग्वारीघाट निवासी विजय कुमार चौहान ने बताया कि करीब दो वर्ष पूर्व उसकी मां बीमार हो गई थीं। जिनके उपचार के लिए उसने बिग बाजार के सामने ग्वारीघाट निवासी एक सूदखोर से 20 फीसद मासिक ब्याज की दर से 30 हजार रुपये उधार लिए थे। मां का उपचार कराने के साथ वह सूदखोर को हर माह छह हजार रुपये ब्याज देता रहा।
तीन माह ब्याज नहीं दे पाया तो बढ़ा दी राशि: विजय कुमार ने बताया कि सूदखोर को वह नियमित रूप से ब्याज की रकम का भुगतान करता रहा। परंतु आर्थिक समस्या के चलते वह तीन माह तक ब्याज की रकम नहीं दे पाया। जिसके बाद सूदखोर हर माह छह की जगह आठ हजार रूपये ब्याज वसूलने लगा। हर माह आठ हजार रूपये ब्याज वसूलने वाले सूदखोर को वह 90 हजार दे चुका है।
कोरे स्टाम्प पर हस्ताक्षर कराने घुस जाता है घर में: दुस्साहसी सूदखोर कोरे स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर कराने के लिए घर में घुस जाता है। पीडि़त युवक ने बताया कि मूलधन से तीन गुना ज्यादा रकम जमा करने के बाद भी कर्ज बरकरार है। 30 हजार कर्ज की राशि बढ़कर 90 हजार हो गई है। सूदखोर कहता है कि अब भी 90 हजार का कर्ज बकाया है। जिसे समय से चुकता न करने पर ब्याज पर ब्याज देना पड़ेगा।
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पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सूदखोरों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। ग्वारीघाट निवासी पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी।