निजी अस्पतालों में भर्ती ब्लैक फंगस संक्रमित मरीजों को अब भी आसानी से एम्फाटेरिसन बी इंजेक्शन नहीं मिल रहा है। दवा स्टाकिस्ट द्वारा अस्पतालों को सीधे इंजेक्शन पहुंचाने की व्यवस्था होने के बाद भी हालत यह है कि अस्पताल में भर्ती मरीज अब भी एंटी फंगल इंजेक्शन का इंतजार ही कर रहे हैं।
उसकी सर्जरी हो चुकी है लेकिन इंजेक्शन नहीं मिल रहा है। बगैर इंजेक्शन उसका इलाज संभव नहीं है। उसके लिए 40 इंजेक्शन की जरुरत है। दो दिन पहले अस्पताल में भर्ती 31 मरीजों के लिए प्रशासन द्वारा 26 इंजेक्शन उपलब्ध करवाए गए। उसमें से एक इंजेक्शन मिला जबकि अभी हर दिन स्नेहा को छह इंजेक्शन की जरुरत है। उन्होंने कहा कि मेरी सीएम से गुजारिश है कि वो मजबूर पिता व अपनी भांजी की मदद करे।