बालाघाट : बारिश के लिए टोटके का सहारा

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 जिले के भीतर रूठे मानसून ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। सूखे खेत की वजह से धान की रोपाई का काम रुक गया। मौसम विभाग की लगातार जानकारी फेल होने लगी, तो फिर ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पुरानी परंपरा के अनुसार अच्छी बारिश के लिए टोने टोटके की मदद का सिलसिला शुरू हो गया है। जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर पायली पंचायत में 20 जुलाई की सुबह अच्छी बारिश के लिए गांव में परंपरागत तौर पर किए जाने वाले टोने-टोटके का प्रयोग किया गया। आरती सजाई पूजा की और नंदी पर पहले बच्चे को और फिर गांव में पूजा करने वाले पंडा को बिठाया गया। दोनों को बारी-बारी से गांव में कुछ देर घुमाने के बाद गांव के सभी लोग पहाड़ी पर स्थित ज्वाला देवी मंदिर पहुंचे, जहां पर अच्छी बारिश के लिए ज्वाला देवी मंदिर के साथ ही गोमजी-सोमजी बाबा से प्रार्थना की गई। कहावत भी है कि चमत्कार को सबका नमस्कार इस दौरान थोड़ी देर ही सही लेकिन उस क्षेत्र में बारिश हुई जिससे लोगो के चेहरे खिल गए। उम्मीदें बंध गई कि उनकी प्रार्थना स्वीकार कर ली गई जल्द ही झमाझम बारिश होगी।


पायली ग्राम के लोगों द्वारा टोना टोटका करने का रहता है इंतजार
ग्रामीणों के अनुसार यह पहला मौका नहीं जब पायली के लोगों ने अच्छी बारिश के लिए इस तरह का टोटका किया हो, इससे पूर्व भी जब-जब मानसून जिले से रूठा है गांव के लोगों ने इस तरह के टोटके कर अच्छी बारिश के लिए प्रार्थना की है। यह भी जानकारी बताई जा रही है कि बारिश के लिए इस तरह के टोने टोटके क्षेत्र के अन्य ग्रामों के लोगों द्वारा भी किया जाता है लेकिन जब तक पायली ग्राम के लोगों द्वारा इस प्रकार का टोना टोटका और ज्वाला देवी मंदिर में पूजा अर्चना नहीं की जाती तब तक अच्छे से बारिश भी नहीं होती।


जनपद सदस्य ग्रामीणों के साथ करते हैं यह आयोजन
क्षेत्र के जनपद सदस्य और समय-समय पर धार्मिक समरसता की मिसाल पेश करने वाले भुरू पटेल बीते कई वर्षों से अच्छी की बारिश के लिए इस टोटके के लिए गांव के मुखिया की तरह हमेशा आगे रहे हैं।  इस बार भी उनके द्वारा किसानों की चिंता को देखते हुए ग्रामीणों की मदद से इस टोटके का आयोजन करवाया गया।


बारिश के लिए दुआ और टोटकों का दौर हुआ शुरू
निश्चित की जिले के भीतर बीते एक पखवाड़े से अच्छी बारिश के लिए हर कोई उम्मीद लगाए हुए हैं।  ऐसे में लगातार मौसम और बारिश को लेकर वैज्ञानिकों की संभावनाएं सटीक नहीं बैठ रही।  जिसके बाद अब बारिश के लिए दुआ और टोटकों का दौर शुरू हो चुका है। उम्मीद यही है जल्द जिले के भीतर झमाझम बारिश हो और किसानों की चिंता दूर हो जाए।


पूजा पाठ करने के बाद बारिश होती ही है – भंडारी पात्रे
ग्राम पायली स्थित देवी मंदिर के पंडा भंडारी पात्रे ने बताया कि कई दिनों से बारिश नहीं हो रही है खेत खार सूख रही है इससे ग्राम के किसान परेशान हैं। ग्राम की जनता के साथ मिलकर बारिश के लिए प्रयास कर रहे हैं ग्रामीणों के साथ बैठकर सलाद विचार किया और ग्राम के मंदिर में पूजा पाठ करके ज्वाला देवी मंदिर हर वर्ष जाते हैं बरसात का पानी गिराने के लिए। बारिश नहीं होने से स्थिति बहुत खराब है यह परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है हर वर्ष मां ज्वाला देवी मंदिर और गोमती सोमजी मंदिर में पूजा करने के लिए जाते हैं वहां जाकर पूजा पाठ करने के बाद बारिश होती ही है।


जनता की भलाई के लिए पुरानी परंपरा को जिंदा रखना हमारी परंपरा है – भुरु पटेल
क्षेत्रीय जनपद सदस्य भुरु पटेल ने बताया कि उनके ग्राम पायली में जब भी बरसात नहीं होती तो कोई न कोई टोटके किए जाते हैं। जैसे अभी पंडा बाबा और एक बच्चे को नंदी में बिठाकर पूजा कर एक टोटका किया गया। यहां से ज्वाला देवी मंदिर जाएंगे, रास्ते में जितने भी मंदिर मिलेंगे वहां नारियल और अगरबत्ती लगाकर पूजा पाठ करेंगे। कई वर्षों से चला आ रहा है टोटका पूजन करना पड़ता है उसके बाद बरसात होती है कई दिनों से बारिश नहीं हो रही थी इसलिए पूजा करने मंदिर जाने का निर्णय लिया गया था यह खेती और किसानों से जुड़ा मामला है पानी नहीं आएगा तो जीवन कैसा होगा इसलिए टोटका किया गया है। श्री पटेल ने कहा कि वैज्ञानिक एक अलग चीज है प्रकृति और पुरानी मान्यता अलग चीज है आस्था लोगों से हमेशा जुड़ी हुई है। वैज्ञानिक लोगों ने पिछले दिनों घोषणा किए थे लेकिन अभी तक बारिश नहीं हुई पुरानी परंपराओं पर जो लोगों की आस्था है उसको जिंदा रखना हमारी परंपरा है। युवा पीढ़ी को अंधविश्वास की ओर नहीं ले जा रहे हैं जो वास्तविक चीज है वह दिख भी तो रही है जनता की भलाई के लिए कुछ न कुछ तो करना पड़ेगा।

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