खाने की थाली से लेकर सौंदर्य और साफ-सफाई में नींबू (Lemon) का भरपूर इस्तेमाल होता है। गर्मियों के सीजन में नींबू की खपत और बढ़ जाती है। शरीर में पानी की जरूरत को पूरा करने में नींबू की शिकंजी खूब पी जाती है। सड़क किनारे, बाजार, नुक्कड़, चौराहे पर नींबू पानी की बिक्री में तेजी आती है। यह शरीर को हाइड्रेट रखता है। भोजन और सलाद का स्वाद बढ़ाता है। दिल्ली की आजादपुर मंडी में नींबू की भरपूर आवक बरकरार है।
बढ़ी आवक तो घटे दाम
यह पिछले महीने की ही बात है। 15-20 दिन पहले नींबू की कमी होने की वजह से इसकी थोक में कीमतें 100 रुपये किलो तक चली गई थीं। वह अब घटकर 60 से 70 रुपये किलो पर आ गई हैं। मंडी में नींबू के प्रमुख आढ़ती अनिल ठकराल ने बताया कि अच्छी क्वालिटी का नींबू 60 से 70 रुपये किलो बेच रहे हैं। मंडी में 20 से 70 रुपये किलो के हिसाब से नींबू हैं। जिसकी जैसी क्वालिटी वैसा उसका दाम है।
20 ट्रक नींबू आ रहे हैं मंडी में
इस समय रोजाना मंडी में नींबू की करीब 20 गाड़ियां पहुंच रही हैं। इसमें 5-6 गाड़ी नागपुर के आगे अकोला, 4-5 गाड़ी आंध्र प्रदेश के गुडूर, बीजापुर से हफ्ते में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शनिवार को 7-8 गाड़ियां आ रही हैं। गर्मी जमकर पड़ रही है, लिहाजा रोज 20 गाड़ियां बिक रही है। इस बार फसल भी अच्छी है।
अब मानसून का इंतजार
अनिल का कहना है कि अब मॉनसून का इंतजार है। बारिश पड़ने पर नींबू मोटे और रसदार हो जाते हैं। फसल ज्यादा होगी, तो खपत अच्छी होगी। आम तौर पर होली से दीपावली के बीच नींबू की सेल में बढ़ोतरी होती है। अब नींबू के भाव गिरेंगे। दिल्ली में मॉनसून आने पर नींबू की डिमांड घटती है। ऐसे में रेट भी उतरते हैं। आजादपुर मंडी में नींबू के 20 बड़ी आढ़ती हैं। यहां से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान भी नींबू की सप्लाई होती है। नींबू की तुड़ाई के बाद इन्हें गाड़ियों में घास लगाकर लाया जाता है। इससे नींबू 8 से 10 दिन चल जाता है।
मौसम गर्म, निकल रही डिमांड
नींबू के थोक व्यापारी मोहनलाल अरोड़ा बताते हैं कि मंडी में हर क्वालिटी का नींबू है। जैसा माल, वैसा भाव है। यहां 60 से 120 रुपये किलो वाला भी नींबू है। अभी मौसम गर्म है, तो डिमांड निकल रही है। बारिश में पारा गिरेगा, तो सेल डाउन होगी।