नगर विकास के नाम पर नगरी जनता से करोड़ों रुपए का टैक्स वसूल करने वाली नगरपालिका लोगों को मूलभूत सुविधाएं तक देने में नाकाम नजर आ रही है। जिसके चलते नगर के विभिन्न वार्डों में वर्षों पुरानी समस्या अब भी जस की तस बनी हुई है। जहां साफ-सफाई ,पानी निकासी जैसी मूलभूत सुविधाएं न मिलने से नगरवासियों में नगरपालिका के खिलाफ आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। जिसका एक नजारा इन दिनों नगर के वार्ड नंबर 11 में देखने को मिल रहा है । जहां नपा द्वारा पक्की नाली का निर्माण ना कराने के चलते पानी निकासी की समस्या उत्पन्न हो रही है। पानी की निकासी व्यवस्था ना होने के चलते नालियों से गुजरने वाला गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़क से बह रहा है। जहां से आवागमन करने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां नालियों का निर्माण ना होने और पानी निकासी की व्यवस्था अब तक ना बनाने के चलते जहां वार्ड वासी गंदगी में जिंदगी गुजारने के लिए मजबूर हैं। तो वहीं उन्हें बीमारी का डर भी सता रहा है। जिन्होंने नपा प्रबंधन से पानी निकासी की व्यापक व्यवस्था बनाए जाने की मांग की है।
गर्मियों मे भी सड़को पर भरा रहता है पानी
नगर के वार्ड नंबर 11 डॉ कालोनी के पीछे का एरिया अपनी बदहाली पर आंसू बहाते नज़र आ रही है । जहां सड़क नाली साफ सफाई सहित पानी निकासी की पर्याप्त व्यवस्था ना होने के चलते रहवासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।ऊपरी सड़क में बनी नालियों से निकलने वाला गंदा पानी नालियों से ओवरफ्लो होते हुए सड़क पर बह रहा है और उस गंदे पानी से वार्डवासी आवागमन करने के लिए मजबूर हैं. पिछले कई वर्षों से सुविधाएं दिए जाने की मांग कर रहे वार्ड वासियों ने वार्ड में पानी निकासी की व्यवस्था किए जाने की मांग की है.
ना नाली बनाई ना पानी निकासी के किए इंतजाम
नगर के वार्ड न 11 में नगर पालिका द्वारा अब तक पानी निकासी की व्यवस्था नहीं की गई है जहा केवल बारात ही नही बल्कि अन्य दिनों मे भी नालियों का गंदा पानी सड़कों पर हमेशा भरा रहता है. जहां से पैदल चलना भी दूभर हो चुका है। वही महीनों से पानी भरा होने के कारण गंदगी और मच्छर का प्रकोप पूरे वार्ड में रहता है।वार्ड की इस बरसो पुरानी समस्या पर नगरपालिका का अब तक कोई ध्यान नहीं है।सवाल यह है कि कई वर्ष बीत जाने के बाद भी नपा ने अब तक पानी निकासी की व्यवस्था क्यों नहीं बनाई। सवाल यह भी है कि जब नगर के एक वार्ड का यह आलम है तो फिर नगर के 33 वार्डों का क्या आलम होगा और सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो नगर पालिका पानी निकासी तक के इंतजाम नहीं कर पा रही है तो फिर वहां नगर पालिका किस आधार पर नगर का विकाश किए जाने की दावा कर रही है यही सभी सवाल नगरपालिका के गैर जिम्मेदाराना रवैया को प्रदर्शित करते हैं वही नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर एक बड़ा प्रश्न चिन्ह लगाते हैं।
कई बार सौंप चुके हैं आवेदन, नही हुई कोई सुनवाई
ऐसा नहीं है कि वार्ड वासियों ने इस एक छोटी सी समस्या को लेकर जिम्मेदारों को आवेदन निवेदन नहीं किया है। बल्कि वार्डवासियों ने स्थानीय पार्षद से लेकर जनप्रतिनिधियों, नगर पालिका के अधिकारियों कर्मचारियों यहां तक कि उच्च अधिकारियों तक को ज्ञापन सौंप चुके है लेकिन वार्डवासियों के इस आवेदन निवेदन का जिम्मेदारों पर अब तक कोई प्रभाव नहीं पड़ा है । जहां जिम्मेदारों ने अब तक वार्ड की समस्या पर ध्यान नहीं दिया है जिसका खामियाजा वार्ड वासियों को भुगतना पड़ रहा है।