नगर मुख्यालय से लगभग ९ किमी. दूर ग्राम पंचायत डोंकरबंदी में सेवा सहकारी समिति के द्वारा समर्थन मूल्य में गत दिवस से धान खरीदी की जा रही है और किसान अपनी उपज विक्रय कर रहे है। २२ दिसंबर को डोंकरबंदी धान खरीदी केन्द्र में किसानों ने अपनी उपज विक्रय करने पहुंचे थे इसी दौरान खरीदी केन्द्र के एक कर्मचारी ने किसानों की धान को पास कर बारदाने भरने के लिए दे दिये तो वहीं दूसरे कर्मचारी ने उसी धान को रिजेक्ट कर दिया जिससे किसानों में आक्रोश व्याप्त हो गया और किसानों ने धान खरीदी केन्द्र के कर्मचारियों पर आरोप लगाया है कि किसानों की साफ-सुथरी धान को रिजेक्ट कर परेशान किया जा रहा है और सेवा सहकारी समिति डोंकरबंदी के सहायक प्रबंधक बीके राणा पर बारदाने घर ले जाकर उसमें धान भरकर खरीदी केन्द्र लाकर विक्रय किया जा रहा है इसलिए शासन-प्रशासन से मांग है कि दोनों कर्मचारियों पर कार्यवाही कर किसानों की धान सुचारू रूप से खरीदी करने एवं व्यवस्था में सुधार करे। आपकों बता दे कि शासन के निर्देशानुसार सेवा सहकारी समिति डोंकरबंदी में विगत दिवस से समर्थन मूल्य में धान खरीदी की जा रही है और किसान अपनी उपज विक्रय करने पहुंच रहे है परन्तु किसानों की धान साफ-सुधरी धान को रिजेक्ट कर दिया जा रहा है जिससे किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है। २२ दिसंबर को किसान अपनी उपज विक्रय करने पहुंचे थे और शासन के निर्देश है कि साफ-सुथरी धान खरीदी की जाये इसी के परिपालन में खरीदी केन्द्र के कर्मचारी के द्वारा धान का सैंपल देखकर शासन के मापदण्ड के अनुसार सही धान पाये जाने पर धान को बारदाने में भरने के लिए किसानों से कहा गया और किसानों ने अपना धान बारदाने में भर दिये। जिसके बाद पुन: सहायक प्रबंधक बीके राणा निरीक्षण करने पहुंचे तो जिन किसानों की धान खरीदी के लिए बारदाने में भर दिये गये थे और काटा होने वाला था इसी दौरान उन्होने कुछ किसानों की धान को खराब है कहकर रिजेक्ट कर दिया जिससे किसान आक्रोशित हो गये। इस तरह डोकरबंदी धान खरीदी केन्द्र में एक कर्मचारी धान को पास करता है तो दुसरा उसे रिजेक्ट कर रहा है जिससे किसानों को अपनी उपज विक्रय करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और समय पर काटा नही होने के कारण इस ठिठुरन ठंड में उन्हे दो-तीन दिन रात गुजारनी भी पड़ रही है। किसानों ने शासन-प्रशासन से समय पर काटा करने एवं खरीदी कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी पर कार्यवाही एवं व्यवस्था में सुधार करने की मांग की है।
चर्चा में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखा खमरिया पर्यवेक्षक एमएल यादव ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार समर्थन मूल्य में धान खरीदी की जा रही है और शासन के मापदण्ड के आधार पर ही धान खरीदी की जा रही है अगर उस मापदण्ड में धान नही है या गीली है, साफ नही है उसे सुखाने एवं साफ करने कहा जाता है उसके बाद खरीदी की जाती है साथ ही यह भी बताया कि शुक्रवार को जिले से अधिकारी की टीम आई थी जिन्होने भी धान की जांच की तो शासन के मापदण्ड में नही आने के कारण रिजेक्ट किया था और किसानों के द्वारा जो आरोप लगाया जा रहा है कि सहायक प्रबंधक बीके राणा ने घर बारदाने ले जाकर उसमें धान भरकर लाये है जबकि उनके पिताजी ने मेरे सामने अपनी बोरी में घर से धान लेकर बेचने के लिए लाये थे और एक कर्मचारी ने धान को पास कर दिया, दुसरे ने रिजेक्ट कर दिया गया है यह सभी आरोप निराधार एवं बेबुनियाद है।