पिछले कुछ दिनों से मौसम में बदलाव है। दोपहर के समय धूप रहती है और सुबह शाम व रात को सर्दी। मौसम के इस मिजाज से सेहत पर विपरीत असर पड़ रहा है। अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ी है।
चिकित्सकों का कहना है कि बीमारियों से बचने के लिए खानपान और पहनावे का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। मौसम में हुए बदलाव के कारण सर्दी खांसी जुकाम और बुखार की समस्या लोगों को हो रही है। हालांकि लंबे समय तक ठिठुराने वाली सर्दी का मौसम अब विदाई की बेला में है। अधिकतम तापमान जहां 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है तो वहीं रात का तापमान भी 12 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच चुका है।
पिछले कुछ दिनों से तापमान कभी कम तो कभी ज्यादा हो रहा था, लेकिन अब तापमान में बढ़ोतरी का दौर जारी है। माैसम का यही बदलाव सेहत पर विपरित असर डाल रहा है। पिछले तीन दिनों में तापमान में चार डिग्री सेल्सियस से अधिक की वृद्धि हुई है। मौसम पर्यवेक्षक सत्येंद्र धनोतिया ने बताया कि अब गर्मी का मौसम दस्तक दे चुका है।
ऐसे रखें बच्चों का ख्याल
चिकित्सकों का कहना है कि मौसम में आए परिवर्तन का प्रभाव बच्चों पर सर्वाधिक पड़ता है। बच्चे जल्दी ही बुखार, सर्दी- खांसी के साथ ही मौसमी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में बच्चों का खास ख्याल रखना चाहिए। ताकि माैसम के बदलाव का असर उनकी सेहत पर न पड़े। इसके लिए खानपान से लेकर उनके कपड़ों तक हर चीज को लेकर सतर्कता जरूरी है।
झोलाछाप डॉक्टर के यहां मरीजों की भीड़
जिला मुख्यालय शाजापुर सहित जिले के गांव शहरों में झोलाछाप डॉक्टर काफी मजे में हैं। स्वास्थ्य विभाग की कृपा से इनका कारोबार जमकर चल रहा है। मौसम के बदलाव से स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित लोग इनके पास ही जा रहे हैं। छोटी-मोटी समस्याओं में तो इनके पास जाने से लाभ हो रहा है। किंतु गंभीर समस्या होने पर यहां आना हानिकारक भी साबित हो रहा है।
कुछ मामले ऐसे भी सामने आ चुके हैं, जो क्लीनिक दवाखाना पर उचित उपचार नहीं मिलने के कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्या के शिकार हो गए। झोलाछाप डॉक्टरों के यहां नियम कायदों का जमकर उल्लंघन हो रहा है। यहां झोलाछाप बिना योग्यता लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। बावजूद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। इसका लाभ भी झोलाछाप डॉक्टरों को मिल रहा है।