जाम जल शोधन संयंत्र केन्द्र में बिजली गुल होने से ठप्प हुई नल-जल योजना

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नगर मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में गत तीन दिनों से शाम ४ बजे के बाद अचानक मौसम परिवर्तन होने के साथ ही तेज आंधी-तूफान व बादल गर्जन के साथ बारिश हो रही है। जिससे कुछ स्थानों के विद्युत पोल क्षतिग्रस्त होने के साथ ही तार टूट गये है जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की समस्या बनी हुई है। इसी तरह की समस्या जाम स्थित जल शोधन संयंत्र केन्द्र में बनी हुई है जहां पर तेज आंधी-तूफान के कारण तार टुट गये है एवं बादल गर्जन के चलते ट्रांसफार्मर में खराबी आ गई है। जिसके चलते जल शोधन संयंत्र केन्द्र जाम में दो दिनों से बिजली गुल होने से लालबर्रा विकासखण्ड के अंतर्गत आने वाली ७७ ग्राम पंचायतों में पानी की सप्लाई नही हो पा रही है जिसके कारण नल-जल योजना पूरी तरह से ठप्प हो चुकी है। जिससे ग्रामीणजनों को गर्मी के दिनों में पानी के लिए खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और दूर स्थित हेंडपंप व कुएं से पानी लाने मजबूर है। वहीं हेंडपंप में अधिक दबाव होने के कारण हेंडपंप से दूषित पानी निकल रहा है जिसे पीने ग्रामीणजन मजबूर है और उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। ग्रामीणजनों ने पीएचई विभाग एवं विद्युत विभाग से क्षतिग्रस्त विद्युत पोल एवं तारों को दूरस्त कर नल-जल योजना का पानी नियमित रूप से प्रदाय करने की मांग की है।

आपकों बता दे कि शासन के द्वारा लालबर्रा विकासखण्ड के ७७ ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को छिंदलई वैनगंगा नदी का शुध्द पानी पहुंचाने के लिए करोड़ों रूपयों की नल-जल योजना प्रारंभ की गई है और इस योजना के तहत लालबर्रा जनपद पंचायत की ७७ ग्राम पंचायत के १०४ गांव के ग्रामीणजनों को छिंदलई वैनगंगा नदी का शुध्द पानी पहुंचाने के लिए जाम में जल शोधन संयंत्र बनाया गया है। जहां पानी फिल्टर होने के बाद पाईपलाईन के माध्यम से ग्रामीणजनों को पानी प्रदाय किया जाता है परन्तु गत तीन दिवस से लालबर्रा क्षेत्र में अचानक मौसम परिवर्तन होने के साथ ही शाम के समय तेज आंधी-तूफान चलने व बादल गर्जना के साथ ही बारिश हो रही है। जिसके कारण जाम जल शोधन संयंत्र की विद्युत पोल क्षतिग्रस्त होने के साथ ही तार टूट गये है और ट्रांसफार्मर में तकनीकी खराबी आने से दो दिनों से बिजली गुल है। जिसके कारण दो दिनों से नल-जल योजना क्षेत्र में ठप्प हो चुकी है और नल-जल योजना का पानी दो दिनों से नही मिलने के कारण ग्रामीणजनों को पानी के लिए खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं पीएचई विभाग एवं विद्युत विभाग के द्वारा क्षतिग्रस्त विद्युत पोल व टूटे तार को सुधारने का कार्य किया जा रहा है परन्तु दो-तीन दिनों से क्षेत्र में तेज आंधी-तूफान ने जिस तरह से कोहराम मचाते हुए विद्युत पोल क्षतिग्रस्त व तार टुटे है जिससे दुरूस्त करने में विद्युत विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। वहीं क्षेत्रीयजनों का कहना है कि बे-मौसम बारिश एवं तेज आंधी-तूफान के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत पोल क्षतिग्रस्त, तार टूटने एवं ट्रांसफार्मर में खराबी आने के कारण विद्युत प्रवाह सेवा ठप्प हो चुकी है और अंधेरे में ग्रामीणजन रह रहे है। साथ ही यह भी कहा कि नल-जल योजना का दो दिनों से पानी नही मिल रहा है जिसके कारण ग्रामीणजनों को पानी के लिए खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और बताया जा रहा है कि जल शोधन संयंत्र केन्द्र जाम में विद्युत पोल क्षतिग्रस्त व ट्रांसफार्मर में खराबी आने के कारण बिजली गुल है जिसके कारण पानी प्रदाय नही किया जा रहा है। जबकि यह करोड़ों रूपयों की योजना है और नल-जल योजना भी एक अति आवश्यक सेवा है इसलिए पीएचई विभाग को बिजली बंद रहने पर पानी प्रदाय करने के लिए जनरेटर व अन्य वैकल्पिक व्यवस्था रखनी चाहिए ताकि तेज आंधी-तूफान के चलते बिजली बंद होने के बाद भी क्षेत्रीयजनों को नल-जल योजना का पानी प्रदाय कर सके परन्तु पीएचई विभाग के द्वारा ऐसी कोई व्यवस्था नही की गई है जिससे क्षेत्रीयजनों पर शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। वहीं पीएचई विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि गत तीन दिनों से क्षेत्र में शाम के समय तेज आंधी-तूफान एवं बादल गर्जना के साथ बारिश हो रही है जिसके कारण विद्युत पोल व ट्रांसफार्मर में खराबी आ चुकी है एवं तार टूट गये है जिसे सुधारने का कार्य किया जा रहा है, जिसका कार्य पूर्ण होते ही क्षेत्रीयजनों को नल-जल योजना का पानी प्रदाय किया जायेगा।

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