महज थोड़ी देर की बारिश ने खोली नपा की पोल

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हर साल की तरह इस साल भी महज कुछ देर के लिए हुई बे-मौसम बारिश में नगर के निचले इलाकों में रहने वाले लोगो की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।जहां के नागरिक पानी निकासी की समस्या से सबसे ज्यादा परेशान देखे जा रहे हैं।जहां पानी निकासी की व्यवस्था न होने के चलते अक्सर थोड़ी देर की बारिश में ही नालियों का पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों से होता हुआ लोगों के घरों में घुसने लगता है। जिसका एक नजारा रविवार की रात नगर के वार्ड नंबर 10 रजा नगर में देखने को मिला।जहां कुछ देर के लिए आंधी तूफान के साथ हुई बे मौसम बारिश ने नगर के वार्ड नंबर 10 रजा नगर के निचले इलाकों में पानी भर गया तो वही नालियों की साफ सफाई न होने और पानी निकासी के उचित इंतजाम न होने के चलते नालियों का पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों से बहता हुआ नजर आया तो वही पानी निकासी की व्यवस्था नहीं बनाए जाने के कारण वही गंदा पानी लोगों के घरों में घुस गया जिसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।कुछ देर के लिए हुई इस बारिश ने जहा एक ओर लोगों की परेशानी बढ़ा दी, तो वही इस बारिश ने नगर पालिका के विकास दावों की भी पोल खोल कर रख दी है।जहां नगर पालिका द्वारा पिछले दिनों वार्ड नंबर 10 में पानी निकासी की व्यवस्था बनाए जाने का दावा किया गया था।जहा नपा के सभी दावे एक बार फिर खोखले नजर आए।वही सुविधाओं के नाम पर करोड़ो रुपयो का टैक्स वसूल करने वाली नगर पालिका न तो पर्याप्त नालियों व नालों का निर्माण करा पा रही है और ना ही पूर्व में बनाए गए नालों व नालियों की साफ सफाई करा पा रही है जिसके चलते पूर्व की भांति वार्डवासियों में नपा के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है जो बरसात के पूर्व जल जमाव की समस्या से मुक्ति दिलाने और पानी निकासी की उचित व्यवस्था बनाए जाने की मांग कर रहे हैं।साथ ही साथ वार्डवासियों ने पक्की सड़क, पक्की नाली, और नालों का निर्माण कर पानी निकासी की व्यवस्था बनाए जाने की मांग कर रही हैं।

पार्षद सहित विधायक प्रतिनिधि ने दौरा कर बनाई वैकल्पिक व्यवस्था
उधर रात का पानी लोगों के घरों में घुसने की जानकारी मिलने पर सोमवार की सुबहा वार्ड नं 10 पार्षद नरगिस शेख, पड़ोसी वार्ड, नंबर चार के पार्षद प्रतिनिधि सोहेल खान और विधायक प्रतिनिधि शफ्फत खान ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय वार्ड वासियों से चर्चा कर हालातो का जायजा लिया। जहां उन्होंने तुरंत नगर पालिका में फोन कर जेसीबी मंगाकर निजी प्लांट को काटकर पानी निकासी की वैकल्पिक व्यवस्था बनाई हालांकि उनके द्वारा बनाई गई इस वैकल्पिक व्यवस्था को परमानेंट व्यवस्था में बदलने की मांग वार्ड वासियों द्वारा की गई है।

आश्वासन के भरोसे चल रहा नपा का काम
नगर के ऐसे कई इलाके हैं जिसमें हमेशा जलजमाव की स्थिति देखी जाती है बरसात के दिनों में कई घरों और मोहल्लों में पानी भरता है ऐसे जगहों को अब तक नगरपालिका चिन्हित नहीं कर पाई है और हर साल इन जगहों पर जलजमाव की स्थिति नजर आती है अब जनता भी सवाल पूछने लगी है कि आखिर नगर पालिका पानी निकासी की व्यवस्था बनाकर जलजमाव की इस मुसीबत से उन्हें कब छुटकारा दिलाएगी क्यो की बरसात के पहले हो या बारिश के बाद नपा का काम हमेशा आश्वासन पर चलता रहता है।जहा नपा पानी निकासी की व्यवस्था के नाम पर आश्वासन पर आश्वासन देती रहती है और सिर्फ कागजो में पानी निकासी का मैप तैयार कर,पानी निकासी की व्यवस्था करने का ढिढोरा पीटती रहती है।और हर साल नपा के दावों की हकीकत बारिश होते ही दिखाई देने लगती है।

टैक्स भरने के बाद भी वार्डवासियों को नही मिल रही मूलभूत सुविधा
वार्डवासियों ने बताया कि पिछले कई दशकों से वार्ड नं 10 में जलजमाव की स्थिति देखी जा रही है पिछली बार तो वार्डवासियों से इसका जमकर विरोध भी किए था।लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब भी पहले की तरह पानी भर रहा है।ना तो नाली का निर्माण कराया गया ना ही पानी निकासी की व्यवस्था बनाई गई है। टैक्स भरने के बाद भी हमें सुविधा नहीं मिल रही है नगर पालिका ने यहां की नालियों को गहरी कर उसका। पक्का निर्माण कराना चाहिए लेकिन नगरपालिका को तो पूरा साल व्यवस्था बनाने में लग जाता है लेकिन कुछ भी कार्य नगर पालिका द्वारा नहीं किया जाता

सिर्फ कागजो बना रहे पानी निकासी की व्यवस्था-
वार्डवासियों बताया कि यह बारिश का पानी जमा होना बरसों पुरानी समस्या है करीब 30-35 वर्षों से जलजमाव की स्थिति देखी जा रही है कभी भी इस समस्या का हल नगर पालिका द्वारा नहीं निकाला गया है केवल कागजों में ही नगर पालिका ने पानी निकासी के इंतजाम किए हैं कई बार आश्वासन मिले पर जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ ।यहां जलजमाव की स्थिति अक्सर नजर आती है इसमें प्रशासन की पूरी लापरवाही है क्योंकि उन्होंने जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं किया है और केवल आश्वासन पर आश्वासन देने का काम नगर पालिका द्वारा किया जा रहा है जलजमाव कि यह समस्या आजकल की नहीं है बल्कि पिछले कई वर्षों से बनी हुई है।

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