कान्सोर्टियम फार एजुकेशन कम्युनिकेशन (सीईसी) द्वारा 25वें अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव का आयोजन 27 मार्च (आज) से होगा। इस तीन दिवसीय फिल्मोत्सव में 12 श्रेणियों के अंतर्गत 19 फिल्मों का चयन किया गया है, जो देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के खंडवा रोड स्थित आडिटोरियम में दिखाई जाएंगी। बुधवार सुबह 11 बजे शुभारंभ समारोह होगा।
इन फिल्मों के माध्यम से डिजिटल एजुकेशन के बारे में विद्यार्थियों को प्रेरित किया जाएगा। सीईसी के निदेशक प्रो. जगतभूषण नड्डा के मुताबिक पहली बार फिल्मों की संख्या बढ़ी है। हर बार 130-140 के बीच फिल्में आती रही हैं, लेकिन इस बार अलग-अलग श्रेणियों में 180 फिल्में आई हैं। स्क्रूटनी करने के बाद 19 फिल्मों का चयन किया है, जिनमें बांग्लादेश, बेल्जियम, श्रीलंका और म्यांमार की फिल्में भी हैं।
नड्डा बताते हैं कि शैक्षणिक संस्थान में काम करने वाले शिक्षक, विद्यार्थी और तकनीकी स्टाफ ने ये फिल्में बनाई हैं। साथ ही कुछ डाक्युमेंट्री फिल्में भी अपने क्षेत्र के विशेषज्ञों ने निर्देशित की हैं। ये सारी फिल्में शिक्षा पर आधारित हैं। इनके माध्यम से डिजिटल एजुकेशन को आगे बढ़ाने की पहल की गई है। दरअसल, एजुकेशन को डिजिटल प्रारूप में बदलने की शुरुआत हो चुकी है।इन दिनों विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के पोर्टल पर मैसिव ओपन आनलाइन कोर्स (मूक्स) संचालित हो रहे हैं। यह भी एजुकेशन फिल्मोत्सव का हिस्सा हैं। इनमें जिन भी शिक्षकों ने वीडियो बनाकर विद्यार्थियों के लिए पोर्टल पर अपलोड किए थे, उन्होंने भी एंट्री भेजी थीं। इनमें सर्वश्रेष्ठ लेक्चर को फिल्मोत्सव में स्थान दिया है। इसमें प्रसारित होने वाली सभी फिल्में किसी न किसी विषय पर लोगों को शिक्षित करती हैं। कुलपति डा. रेणु जैन ने बताया कि फिल्मोत्सव में विश्वविद्यालय की तरफ से भी फिल्म भेजी गई थी।ओटीटी पर भी दिखाएंगे फिल्मेंप्रो. नड्डा कहते हैं कि सीईसी के पास डिजिटल कंटेंट काफी उपलब्ध है, जिसमें सभी श्रेणियों की फिल्में भी शामिल हैं। इन्हें आम लोगों तक पहुंचाने के लिए जल्द ही ओटीटी पर भी लाने की तैयारी चल रही है। इस संबंध में केंद्रीय स्तर पर काफी समय से चर्चा चल रही है। वैसे इन फिल्मों को संस्थान की तरफ से डिजिटल प्लेटफार्म उपलब्ध करवाया है। कई फिल्में अलग-अलग वेबसाइट पर अपलोड हैं।