राजेश वर्मा, उज्जैन, Republic Day 2021। पूरे देश में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाएगा, लेकिन उज्जैन के बड़े गणेश मंदिर में भारतीय गणतंत्र का उत्सव 20 फरवरी को मनेगा। दरअसल इस मंदिर में राष्ट्रीय पर्व तारीख नहीं बल्कि तिथि के अनुसार मनाए जाते हैं। मंदिर प्रबंधन का कहना है कि तारीख के अनुसार तीज, त्योहार, वर्षगांठ आदि मनाने की परंपरा अंग्रेजी है। भारतीय सनातन धर्म, परंपरा और ज्योतिष विज्ञान में पंचांगीय गणना से निर्धारित तिथि के अनुसार पर्व मनाए जाते हैं। 26 जनवरी 1950 को भारत में जब गणतंत्र की स्थापना हुई, उस दिन माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि थी। इसलिए प्रतिवर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
इस बार यह तिथि 20 फरवरी को है, इसलिए इसी दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य पं.आनंदशंकर व्यास के अनुसार बड़े गणेश मंदिर में वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है। इस बार भी 20 फरवरी को गणतंत्र दिवस पर देश की रक्षा और सुख-समृद्धि के लिए भगवान बड़े गणेश का महाअभिषेक किया जाएगा। मंदिर के शिखर पर नया ध्वज लगेगा। स्वतंत्रता सेनानियों का स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।
इन तिथियों को मनाए जाते हैं पर्व व महापुरुषों की जयंती
स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त : श्रावण कृष्ण चतुर्दशी (7 अगस्त)
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी : माघ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी (20 फरवरी)
महात्मा गांधी जयंती 2 अक्टूबर : अश्विन कृष्ण पक्ष की द्वितीया (23 सितंबर)
नेहरू जयंती 14 नवंबर : मार्गशीर्ष के कृष्ण पक्ष की षष्ठी (25 नवंबर)
113 साल से राष्ट्र भक्ति का स्पंदनबड़े गणेश का मंदिर की स्थापना सन् 1908 में माघ कृष्ण चतुर्थी के दिन हुई थी। पं. बालगंगाधर तिलक के गणेश उत्सव अभियान से प्रेरित होकर पं.नारायण व्यास ने इस मंदिर की स्थापना की थी। यह मंदिर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की आश्रय स्थली रहा।