नगर मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में गत दिवस से रूक-रूक कर झमाझम बारिश हो रही है जिसके कारण नदी, नाले उफान पर है जिससे जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। साथ ही नदी-नालों में बाढ़ आने से समीपस्थ खेतों में पानी अत्यधिक होने से किसानों की खरीफ सीजन में लगाई गई धान के रोपा भी खराब हो रहे है एवं फसल बर्बाद हो रही है जिससे किसान काफी चिंतित नजर आ रहे है। इसी तरह नगर मुख्यालय की ग्राम पंचायत पांढरवानी के अंतर्गत आने वाले कटंगटोला नाले में शनिवार की रात में हुई झमाझम बारिश से बाढ़ आने एवं पंचायत के द्वारा आमाटोला से स्टापडेम मार्ग पर बनाई गई पुलिया से पानी की निकासी नही होने से आमाटोला, कटंगटोला एवं पांढरवानी के किसानों के खेतों में पानी जमा होने से धान की फसल खराब हो चुकी है। २९ जुलाई को आमाटोला, कटंगटोला एवं पांढरवानी के एक दर्जन से अधिक किसान तहसील कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर बाढ़ में डुबे फसल की सर्वे करवाकर पुलिया निर्माण में बरती गई अनियमितता की जांच कर पुलिया की ऊंचाई बढ़ाने की मांग की है। किसानों ने बताया कि पांढरवानी पंचायत के द्वारा आमाटोला से स्टापडेम मार्ग पर वर्ष २०२३ में १४.४९ लाख रूपयों की लागत से मोगें वाला पुलिया का निर्माण किया गया है जबकि किसानों के द्वारा कॉलम खड़े का ऊंचे पुलिया का निर्माण करवाने की मांग की गई थी क्योंकि इस पुलिया के माध्यम से किसानों के खेतों में जो पानी जमा होता है वह आगे निकलता है परन्तु पुलिया की ऊंचाई कम एवं मोगे होने के कारण गत दिवस हुई तेज बारिश से कटंगटोला नाले में बाढ़ आने से कटंगटोला, पांढरवानी, आमाटोला के करीब २५ एकड़ खेतों में पानी अत्यधिक जमा होने से फसल डुब गये थे। जिससे धान का रोपा खराब हो चुका है और बारिश होने पर बार-बार ऐसी स्थिति निर्मित होते रहेगी जिससे फसल उत्पादन नही होगा और पुलिया निर्माण में अनियमितता भी बरती गई है इसलिए २९ जुलाई को सभी किसानों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर खेतों में लगी फसल में पानी जाम होने से हुई खराब फसल का सर्वे कर मुआवजा दिये जाने, पुलिया निर्माण में बरती गई अनियमितता की जांच एवं पुलिया की ऊंचाई बढ़ाने की मांग की है।