राजधानी भोपाल में हर साल की तरह इस बार भी भगवान जगन्नाथ की शोभायात्रा निकलेगी। हालांकि कोरोना संक्रमण की स्थित को देखते हुए कृष्ण मंदिरों में सीमित श्रद्धालुओं की मौजूदगी में सांकेतिक रथयात्रा निकालने की तैयारियां की गई हैं। आज शहर में तीन प्रमुख स्थानों पर जगन्नाथ यात्राएं निकलेंगी। इसके लिए सुबह आठ बजे से कृष्ण मंदिरों में पूजा-अर्चना का दौर चल रहा है। विधि-विधान से श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना कर रहे हैं।पटेल नगर स्थित कृष्ण मंदिर (इस्कॉन) में रथ को सजाकर तैयार रखा गया है। मंदिर प्रांगण में शाम चार से पांच बजे के बीच रथ यात्रा निकलेगी। सांकेतिक रथ यात्रा में सीमित संख्या में लोग शामिल होंगे। आठ से 10 श्रद्धालु प्रभु का रथ खींचेंगे। इस्कॉन मंदिर के मीडिया प्रभारी देवाशीष ने बताया कि हर साल की तरह बड़ी जगन्नाथ यात्रा नहीं निकाली जा रही है। कोरोना के काराण मंदिर प्रांगण में ही भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी। परंपरा निभाने के लिए मंदिर प्रांगण में रथ खींच कर रखा जाएगा।
इधर, बरखेड़ा स्थित इस्कॉन मंदिर में भी रथयात्रा की तैयारियां चल रही हैं। मंदिर के प्रमुख रसानंद दास ब्रह्मचारी ने बताया कि कोरोना के चलते भव्य रथयात्रा का आयोजन नहीं किया जा सकता। हम प्रतीकात्मक रूप से दोपहर एक बजे से रथयात्रा निकालेंगे। इस दौरान मंदिर के श्री विग्रह राधा-गोविंद का विशेष श्रंगार किया जाएगा। भगवान जगन्नाथ, बलदेव व सुभद्रा को 56 भोग अर्पित किए जाएंगे।
इसी तरह शहर के श्यामला हिल्स स्थित भगवान श्रीकृष्ण मंदिर में भी सांकेतिक रथ यात्रा निकाली जाएगी। भक्तगण पूरे श्रद्धाभाव से इसके लिए तैयारियां कर रहे हैं। भगवान का विशेष श्रंगार किया जा रहा है। भक्तगण मास्क लगाकर यात्रा में शामिल होंगे।कोलार में स्थित शिव कालिका जगन्नाथ मंदिर से दूसरे साल बड़ी शोभा यात्रा नहीं निकाली जाएगी। इसके अलावा कोलार के शिव कालिका जगन्नाथ मंदिर, साकेत नगर सहित शहर के अन्य कृष्ण मंदिरों में छोटे स्तर पर सांकेतिक रथ यात्राएं निकलेंगी।