शिक्षकों के समय पर अनुपस्थिति पर ग्रामीणों ने जताया आक्रोश

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ग्राम पंचायत मुरझड़ अंर्तगत सोनबाटोला शासकीय प्राथमिक शाला में १८ मार्च को उस समय विवाद की स्थिति निर्मित हो गई जब स्कूल का ताला ११.३० बजे तक नही खुला। इस दौरान स्वयं सरपंच प्रतिनिधि व पालको ने स्कूल के सामने पहुॅचकर वास्तु स्थिति का निरिक्षण किया। यह ब्लॉक का ऐसा एक मात्र स्कूल है जिसमे पहली व दूसरी कक्षा में किसी छात्र छात्रा का प्रवेश नही है हालांकि ३,४,५ की कक्षाओं में मात्र १८ छात्र छात्राओं का दाखिला है जो प्रतिदिन स्कूल १०.३० बजे प्रात:काल आ जाते है। मगर स्कूल समय पर न खुलने की वजह से वे स्कूल के आखर मैदान में खेलते रहते है। स्कूल के पीछे से ही टोण्ड्या नाला बहता है ऐसे में कभी कोई घटना घट जाये तो उसकी जबावदारी किसकी होगी यह प्रश्रचिंह का विषय है।

१८ छात्र छात्राओं का है मात्र दाखिला

गौरतलब है कि नगर मुख्यालय से करीब २ से ३ किलोमीटर की दूरी पर मुरझड़ ग्राम पंचायत है। इसी पंचायत अंर्तगत ग्राम सोनबाटोला आता है। मगर बीते कुछ वर्ष से देखा जा रहा है कि इस पंचायत का शासकीय प्राथमिक स्कूल में कार्यरत प्रधान पाठक व शिक्षिका कार्यरत है जो समय वे समय आते है। इस स्कूल में मात्र १८ छात्र छात्रा का दाखिला है। एक तरफ शासन शासकीय स्कूलों के जीर्णोध्दार सहित अधिक से अधिक छात्र छात्राओं के प्रवेश के लिये प्रयास कर रहा है वही इन स्कूलों में पदस्थ शिक्षक शिक्षिकाऐं इस और कोई ध्यान नही दे रहे है। े शिक्षक शिक्षकाओं को इसे घोर लापरवाही की श्रेणी में देखा जा सकता है।

बीआरसी को दी जानकारी – सरपंच प्रतिनिधि

पद्मेश को जानकारी देते हुये पूर्व सरपंच व वर्तमान सरपंच प्रतिनिधि मनोज गौतम ने बताया कि १८ मार्च को उन्हे सूचना मिली की ११ बजे से अधिक का समय हो गया है और उनके ग्राम सोनबाटोला का शासकीय प्राथमिक स्कूल अभी तक नही खुला है। उन्हे यह सूचना पालक गण दी गई थी। जब वे मौके पर पहुॅचे तो उन्होने देखा की प्राथमिक स्कूल का गेट बंद है और उसमे ताला जड़ा हुआ है। वही बच्चे बाहर खेल रहे है। उन्होने तत्काल इस बाबद जानकारी प्रधान पाठक  ठाकुर प्रसाद सूर्यवंशी को दी जिन्होने बताया कि वे होनेवाली साक्षर परीक्षा की तैयारी में जुटे है। श्री गौतम ने फिर बीआरसी वारासिवनी को दी जिन्होने बताया कि वे कार्यालय जाने के लिये बालाघाट से निकल चुके है और वे मौके पर पहुॅच रहे है। बीआरसी महोदय ने स्वयं आकर देखा तो स्कूल बंद था और बच्चे बाहर खेल रहे थे।

पदस्थ शिक्षक शिक्षिका पर हो कार्यवाही

सरपंच प्रतिनिधि श्री गौतम ने बताया की प्राथमिक स्कूल के ठीक पीछे से टोण्ड्या नाला बहता है जो अपने पूरे बेग से बहरा है। ऐसे में अगर कोई बच्चा उस नाले के पानी में उतर जाये और उसके साथ कोई अप्रिय घटना घट जाये तो इसकी जबावदारी किसकी होगी। ऐसे में हम चाहते है कि इस स्कूल में पदस्थ शिक्षक व शिक्षिका पर कार्यवाही हो। हमारे एक फोन पर बीआरसी महोदय बालाघाट से वारासिवनी हमारी पंचायत में उपस्थित हो गये मगर स्कूल के प्रधान पाठक अभी आये है वही शिक्षिका नदारत है।

शिक्षक शिक्षका आते है लेट लतीफी से – पालक

इसी तरह पालक शिक्षक संघ अध्यक्ष प्रदीप गौतम ने पद्मेश को बताया कि यह रोज का आलम है। इस स्कूल में एक शिक्षक व एक शिक्षिका पदस्थ है। जो समय बे समय स्कूल आते है। स्कूल खुलने का समय १०.३० बजे का है मगर यह लोग कभी १२ व १ बजे तक स्कूल में आते है। ऐसे में हमारे बच्चो को कैसी शिक्षा मिलेगी आप जानसकते है। बच्चे बाहर खेलते रहते है। जबकि उन्हे पढ़ाई करना चाहिये मगर शिक्षक शिक्षिका के द्वारा घोर लापरवाही बरती जा रही है ऐसे में गुणवत्ता वाली शिक्षा उन्हे कैसे ग्रहण होगी।

साक्षर अभियान की परीक्षा में जुटे है – प्रधान पाठक

वही आरसी के आदेश पर स्कूल पहुॅचे प्रधान पाठक ठाकुर प्रसाद सूर्यवंशी ने पद्मेश को बताया कि वे साक्षर अभियान की परीक्षा के कार्य में जुटे थे। इस वजह से वे शासकीय कार्य ही कर रहे थे। उन्हे नही पता की स्कूल का ताला खुला है की नही। उनके साथ एक शिक्षिका ज्योति पटले कार्यरत है। मगर उन्होने मौखिक रूप से मुझे बताकर लेट आने की बात कही थी। मुझे लगा की वो स्कूल पहुॅच गई होगी मगर ऐसा नही हुआ।

कई बार नही मिलता बच्चों को मध्यान्ह भोजन

यहां यह बताना लाजमी है कि शासकीय प्राथमिक शाला सोनबाटोला में बनने वाला मध्यान्ह भोजन भी कई बार नही मिल पाता है। जिससे बच्चे हॉफ छुट्टी के दौरान अपने घर खाना खाने जाते है। जिसकी वजह से यह माना जा सकता है कि इस स्कूल में कार्यरत स्टॉफ घोर लापरवाही बरत रहा है।

उचित कार्यवाही होगी – बीआरसी

मौके पर पहुॅचे बीआरसी सतेन्द्र शरणागत ने पद्मेश को बताया कि उन्हे जैसे ही सरपंच प्रतिनिधि का फोन आया वे मौके पर पहुूॅचे और वास्तु स्थिति का जायजा लिया। उन्होने देखा कि न तो प्रधान पाठक श्री सूर्यवंशी व शिक्षिक ज्योति पटले स्कूल में उपस्थित है वही स्कूल के गेट पर ताला लगा हुआ है। बच्चे बाहर खेल रहे है। हालांकि बाद में तुरंत प्रधान पाठक मौके पर पहुॅचे और उन्होने आज १९ मार्च को होने वाली साक्षर परीक्षा की जबावदारी से उन्हे अवगत कराया है। मगर जब उनसे पूछा गया कि शिक्षिका ज्योति पटले क्यों ने ही आयी तो उन्होने बताया कि वे मौखिक छुट़्टी  पर है। उनसे पूछा गया कि क्या मौखिक छुट्टी दी जा सकती है तो वे इसका जबाव नही दे पाये। मेरे द्वारा कारण बताओं नोटिस जारी कर संतुष्ठ जबाव नही मिल पाने पर उचित कार्यवाही की जायेगी। रही बात मध्यान्ह भोजन की तो उसके बारे में भी उचित कार्यवाही की जायेगी।

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