संजय मांजरेकर ने बताया पहले टेस्ट में टीम इंडिया से कहां हुई चूक

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चेन्नई: भारतीय क्रिकेट टीम की इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में 227 रन की करारी हार का सामना करना पड़ा था। इसके तत्काल बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कप्तान विराट कोहली ने यह स्पष्ट किया था कि भले ही इंग्लैंड की टीम पहले टेस्ट में अच्छा खेली लेकिन यह मानना कि उनकी तैयारी भारत से बेहतर है तो ये कहना अतिष्योक्ति होगा। 

चेन्नई की हार विराट कोहली की कप्तान में टीम इंडिया की लगातार चौथी हार है। भारतीय टीम को 22 साल में पहली बार चेन्नई में हार का मुंह देखना पड़ा है। चेन्नई में भारत को इससे पहले साल 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ हार का सामना किया था। ऐसे में विराट कोहली की कप्तानी पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।

भारत ने नहीं की कोई रणनीतिक भूल
टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी संजय मांजरेकर का मानना है कि भारत ने पहले टेस्ट में भारतीय टीम ने कोई रणनीतिक भूल नहीं की।  जिसमें टीम चयन भी शामिल है। हालांकि मांजरेकर का मानना है कि विराट कोहली को मैचों में सकारात्मक परिणाम हासिल करने के लिए अपनी कुछ सुधार करने होंगे। उनकी कप्तानी को समझ पाना थोड़ा मुश्किल है। 

मांजरेकर ने कहा, मैं ऐसा नहीं कहूंगा कि विराट ने नीतिगत तौर पर कोई गलती की। टीम चयन भी ठीक था लेकिन लोग कुलदीप यादव को शाहबाद नदीम की जगह खिलाने की बात कर रहे हैं जिन्होंने अच्छी गेंदबाजी पहले टेस्ट में नहीं की। जबकि ये पिच उनके लिए मददगार थी।

सुंदर ने गलत लाइन पर की गेंदबाजी की शुरुआत
नीतिगत रूप से, मुझे लगता है कि मैच के एक छोटे से हिस्से में वॉशिंगटन सुंदर ने गलत लाइन से गेंदबाजी की शुरुआत की। वो ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करते हैं और जब-जब उन्होंने इस लाइन पर गेंदबाजी की है विरोधी बल्लेबाजों के लिए परेशानी खड़ी हुई है। ये बात विराट कोहली को समझनी होगी जो कि टीम चयन और नीति के अलावा जरूरी है।’

निराशाजनक रहा नदीम का प्रदर्शन
मांजरेकर ने उन पहलुओं पर भी रोशनी डाली जहां विराट और बेहतर कर सकते थे। नदीम के बारे में मांजरेकर ने कहा, जिस तरह की पिच थी उस लिहाज से नदीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। जबकि इंग्लैंड के बांए हाथ के स्पिनर जैक लीच ने 6 विकेट झटके और दूसरी पारी में शानदार वापसी करते हुए 76 रन देकर 4 विकेट झटके। 

मांजरेकर ने कहा, नदीम ने अपने कुछ शुरुआती ओवर में दो फील्डर ड्राइविंग पोजिशन पर तैनात किया। गेंदबाजों को उस फील्डिंग के साथ शुरुआत नहीं करने देना चाहिए जैसी कि वो चाहते हैं। रणनीति के अलावा भारतीय टीम अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाई दूसरे टेस्ट के लिए उन्हें इसमें बदलाव करना होगा। कुल मिलाकर इंग्लैंड की टीम पहले टेस्ट में रणनीतिक आधार पर भारतीय टीम से बेहतर साबित हुई। 

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