भारतीय सेना के डॉक्टरों को भी निकालना चाहते थे जहरीले मुइज्जू, मालदीव की आर्मी के विरोध के बाद बदलना पड़ा इरादा

0

मालदीव की सत्ता पर काबिज चीन के गुलाम मोहम्मद मुइज्जू की भारत के खिलाफ एक और चाल सामने आई है। हालांकि, इस बार मुइज्जू को मालदीव की सेना के विरोध के बाद अपने कदम वापस खींचने पड़े। मालदीव के राष्ट्रपति ने देश से भारतीय सैन्य अधिकारियों के साथ ही भारतीय सेना के डॉक्टरों को भी निकालने की योजना बनाई थी, लेकिन मुइज्जू की अपनी सेना ने इसका विरोध किया, जिसके बाद मुइज्जू ने इरादा बदल दिया। मालदीव के मीडिया पोर्टल अधाधू ने इस बारे में जानकारी दी है। मोहम्मद मुइज्जू की इस कुटिल योजना खुलासा ऐसे समय हुआ है, जब मालदीव में तैनात सभी भारतीय सैन्य अधिकारी वापस लौट आए हैं। मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए 10 मई की डेडलाइन तय की गई थी।

अधाधू की रिपोर्ट के अनुसार, मालदीव की सरकार ने कहा है कि सेनाहिया में डॉक्टर के रूप में काम करने वाले सैनिकों को छोड़कर मालदीव से सभी भारतीय सैनिक चले गए हैं। सरकार ने बताया कि कुल 76 भारतीय सैन्य अधिकारी वापस गए हैं। शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्री मूसा जमीर ने बताया कि पिछले तीन महीने में अलग-अलग छह तारीकों पर कुल 76 सैन्यकर्मी मालदीव छोड़ चुके हैं।

तीन जगहों पर तैनात थे भारतीय सैनिक

मालदीव में हेलीकॉप्टर और विमानों के संचालन में सहायता के लिए 76 भारतीय सैन्य अधिकारी मालदीव में मौजूद थे। इनमें 26 सैनिक अड्डू के गण आइलैंड में एक हेलीकॉप्टर का संचालन कर रहे थे। 25 सैनिक लामू कादेद्धू में हेलीकॉप्टर का और 25 सैनिक धाल हनीमाधू में डोर्नियर विमान का संचालन कर रहे थे। भारत ने ही इन दो हेलीकॉप्टर और डोर्नियर विमानों को मालदीव को गिफ्ट के रूप में दिया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here