बस स्टैंड की यातायात व्यवस्था सुधारने एक बार फिर पीछे हटाई गई फल दुकानें

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मॉडल बस स्टैंड बनाने की तर्ज पर आगे बढ़ रही प्रशासनिक कार्यवाही के बीच बस स्टैंड के आसपास स्थित अतिक्रमण को हटाने के बाद अब बस स्टैंड में स्थित फल दुकानों को एक बार फिर से पीछे हटने की कार्यवाही नगर पालिका द्वारा की गई है। जहां नगर पालिका के कर्मचारियों द्वारा बस स्टैंड में लगने वाली फल दुकानों को बस स्टैंड स्थित मुलना गार्डन के भीतर तक शिफ्ट करने की कार्यवाही की गई है। हालांकि यह व्यवस्था कितने दिनों तक बनी रहेगी यह कहना मुश्किल है लेकिन यातायात व्यवस्था को सुलभ बनाने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है बताया जा रहा है कि मुलना प्रतिमा के निकट से धर्मशाला तक फलों के ठेले संचालित हो रहे थे। जिससे यात्री बसों सहित अन्य लोगों के आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था जिसके चलते उन फल थोलो को पीछे हटाने की कार्यवाही की गई हैं। प्रारंभ में फल विक्रेताओं ने अपने ठेलें को वही पर लगाने की गुहार लगायी और उन्होने नपा पहुंचकर अपने लिये अन्य स्थान देने के लिये मांग भी की। लेकिन उनकी कही पर सुनवाई नहीं हुई। बल्कि नपा ने उन्हें अपने फलों को समेटने का समय दिया और उसके पश्चात ठेलें को हटाने की कार्यवाही की। हालांकि ज्यादातर ठेले संचालकों ने अपने ठेले को वही निकट में हटा दिया हैं।

इस लिए हटाए गए ठेले
बताया जा रहा है कि बस स्टेंड में एक दर्जन से अधिक की संख्या में फल ठेले संचालित हो रहे थे। जिसके कारण कई बार यहां पर यात्रियों को दिक्कतें हो रही थी। असल में इन फल दुकानदारों द्वारा यात्रियों को अपने ठेले के सामने खड़े रहने नहीं दिया जाता था। जो यात्री या व्यक्ति उनके ठेले में फल खरीदी करने पहुंचें उन्हें ही रहने देते और उसके पश्चात वहां पर कोई नही रूक पा रहे थे। यात्रियों को कई बार वहां से हुज्जत का सामना भी करना पड़ता था। बसों के निकलने व मोड़ने में भी यहां पर व्यवधान हो रहा था। अब इन ठेलों को भी नपा ने हटा दिया हैं। जिसके चलते बस स्टेंड का क्षेत्र कुछ चौड़ा हो गया हैं। साथ ही आवागमन में सहुलियत हो रही हैं। हालांकि इन ठेलों को स्टेंड की क्रांकिट भाग से नीचे उतार दिया गया हैं। जो कि अब धर्मशाला के सामने। गार्डन के खाली प्लाट में रखकर अपने ठेले संचालित कर रहे हैं। यदि इसकी मॉनिटरिंग नहीं हुई तो फिर यह व्यवस्था ज्यादा दिनों तक बनी नहीं रहेगी।

कलेक्टर के निर्देशन पर हो रही कार्यवाही
नपा कर्मचारियों द्वारा बताया गया कलेक्टर मृणाल मीणा के निर्देश पर बस स्टेंड की व्यवस्था को लेकर अधिकारियों की टीम गठित की गई हैं। जिन्हें यहां पर व्यवस्थागत सुधार हेतु सुझाव भी मांगे गये हैं। इसी के बाद यहां पर अधिकारियों ने निरीक्षण करते हुये स्टेंड को व्यवस्थित करने की दिशा में सबसे पहले बसों को नियत समय के दस मिनिट पहले स्टेंड में पहुंचने की व्यवस्था बनवायी हैं। इसके अलावा बसों को आड़े-तिरछी नहीं रखे जाने के निर्देश दिये हैं। इसी के कारण यहां पर फिलहाल में सफ्ताह भर से बसों का संचालन ठीक दिखाई दे रहा हैं। इसके अलावा यहां पर आसपास की दुकानों में लगाये गये शेड या त्रिपाल को भी हटाने की कार्यवाही हो गई हैं। दो दिवस पहले अवंती बाई चौक से लेकर काली पुतली चौक तक मार्ग के एक ओर स्थित अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही की गई हैं। इस कार्यवाही के बाद आज 22 अगस्त को नपा की टीम ने यहां पर संचालित हो रहे फल ठेले को हटाने की कार्यवाही की।

मॉनिटरिंग नहीं हुई तो फिर बिगड़ सकती है व्यवस्था
आपको बताएं कि यह कोई पहली बार नहीं है कि जब बस स्टैंड को मॉडल स्टैंड बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा हो या फिर बस स्टैंड से अतिक्रमण को हटाकर पीछे किया गया हो बल्कि इसके पूर्व भी बस स्टैंड में ऐसी कार्यवाही कई बार की जा चुकी है जहां कार्यवाही के 10-15 दिनों बाद तक तो व्यवस्था जैसी की तैसी बनी रहती है लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे करके यह व्यवस्था बिगड़े लगती है।इसकी प्रमुख वजह कार्यवाही की प्रॉपर मॉनिटरिंग ना होना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन पर नपा कर्मचारियों द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही तो कर दी जाती है लेकिन उसके बाद उसकी प्रॉपर मॉनिटरिंग नहीं हो पाती जहां समय-समय पर मॉनिटरिंग ना होने के चलते फिर से इस स्थान पर फल ठेला संचालक सहित अन्य दुकानदार अपनी दुकान संचालित करना शुरू कर देते हैं और एक बार फिर से व्यवस्था बिगड़ जाती है जिसके चलते जहां एक ओर यातायात प्रभावित होता है तो वहीं दूसरी ओर यात्री बसों के आवागमन और अन्य यात्रियों के प्रवेश पर भी लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

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