अतिक्रमणकारियों नशेड़ियों का अड्डा बन पशु चिकित्सालय

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नगर में बस स्टैंड के पास स्थित पशु चिकित्सालय परिसर अतिक्रमणकारियों एवं नशेड़ियों का अड्डा बन चुका है। जहां पर लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर दुकान संचालित की जा रही है तो वही झाड़ियां की आड़ में नशेड़ियों का जमघट भी लगा हुआ है। जिसको लेकर वार्डवासियों में खासा आक्रोश व्याप्त है जहां साफ सफाई कर बेहतर व्यवस्था बनाए जाने की मांग लगातार वार्डवासियों के द्वारा स्थानीय प्रशासन एवं पशु चिकित्सालय विभाग से की जाती रही है। परंतु इस पर वर्तमान तक किसी के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया है जिसके कारण बेतहाशा झाड़ियां मैं नया पशु चिकित्सालय एवं पुराना खंडहर पशु चिकित्सालय ढके पड़े हैं। जहां पहले साफ सफाई करने की मांग की जा रही है।

पोर्स इलाके में स्थित है पशु चिकित्सालय

पशु चिकित्सालय नगर के सबसे पोर्स इलाके में स्थित है जो वार्ड नंबर 5 के अंतर्गत बस स्टैंड से लगा हुआ है। वही बाजू में वारासिवनी से लालबर्रा रोड निकला हुआ है और यह चारों तरफ से रिहायशी इलाकों से गिरा हुआ है। जिसके सामने सिंधी कॉलोनी पीछे कुछबंदिया मोहल्ला एवं पुलिस कॉलोनी स्थित है वही दीनदयाल चौक से लालबर्रा रोड के लिए एक बायपास मार्ग आता है जिस पर एसडीएम का बंगला वनविभाग और नगर पालिका की पानी टंकी स्थित है। ऐसे में यह संवेदनशील क्षेत्र बना हुआ है जहां पर साफ सफाई रखने के साथ बेहतर व्यवस्था बनाए जाने की मांग है। परंतु इस पर स्थानीय प्रशासन और पशु चिकित्सालय के द्वारा गंभीरता से ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसको लेकर वार्डवासी काफी आक्रोशित है। उनके द्वारा शासन प्रशासन से बेहतर व्यवस्था बनाए रखने की मांग की जा रही है।

असामाजिक तत्वों जहरीले जीव जंतु का डेरा है चिकित्सालय

पशु चिकित्सालय के दूसरे और लालबर्रा रोड स्थित है जिसके किनारे पशु चिकित्सालय की जमीन पर कुछ लोगों के द्वारा अतिक्रमण कर दुकान संचालित की जा रही है। जहां पर व्यापार के साथ असामाजिक तत्वों की उपस्थिति भी बनी रहती है वही साफ सफाई के अभाव में पुराने पशु चिकित्सालय के खंडहर में नशेड़ियों का जमावड़ा भी लगा रहता है। जिनके द्वारा वहां पर नशा किया जाता है तो वही बहुत ज्यादा झाड़ियां होने के कारण जहरीले जीव जंतु का भी डर आसपड़ोस के रहवासी इलाकों में लगा हुआ है। ऐसे में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पूर्व पार्षद सुनील पिपरेवार ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि यह बहुत बड़ा ग्राउंड है पशु चिकित्सालय के नाम पर शासकीय रिकॉर्ड में दर्ज है। पुराना भवन इसके पीछे है जो खंडार हो गया है हमारे शासनकाल में डॉक्टर योगेंद्र निर्मल की परिषद में इस चिकित्सालय का निर्माण किया गया था। इसके पीछे पुलिस थाने की भूमि है सामने लालबर्रा मुख्य मार्ग है जिस पर टीन टप्पर की दुकान लगाकर अतिक्रमण किया गया है वहां पर अच्छे लोग नहीं है जुआ सट्टा शराब के अलावा कुछ नहीं होता है। इस पर पुलिस या स्थानीय प्रशासन रोक नहीं लग पा रही है पशु चिकित्सालय सिर्फ कहने का है इसके आसपास बहुत सारी झाड़ियां का डेरा है जहां सब बिच्छू भी रहते हैं यह एक रिहायशी इलाका है सिंधी मोहल्ला कुछबंदिया मोहल्ला पुलिस क्वार्टर चारों तरफ से यह रहवासी इलाका है किंतु देखने में ऐसा लगता नहीं है। नगर पालिका या विभाग के जिम्मेदारी इधर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं और अभी देखने में आ रहा है कि प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है। जो जमीन सरकारी है वह हमारी है का नारा बुलंद हो रहा है स्थानीय प्रशासन पुलिस राजस्व जिस प्रकार से खामोश है वह चिंताजनक है।

वार्डवासी पंचम हनवत ने बताया कि पशु चिकित्सालय की वर्तमान में भयावह स्थित है सरकारी जमीन सुरक्षित रखना संस्था के अधिकारियों का दायित्व होता है परंतु वहां ऐसा दिखता नहीं है। असामाजिक तत्वों का डेरा है लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है मेरा सुझाव है कि विभाग के लोगों को जमीन को सुरक्षित रखना चाहिये। वहां रहवासी इलाका है अतिक्रमण हटाना चाहिए वहां के जिम्मेदारों को इस स्थिति पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और यदि वह ध्यान नहीं दे पा रहे हैं तो ऐसे अधिकारी को नौकरी करने का कोई अधिकार नहीं है। अभी शासन के निर्देश थे कि क्षतिग्रस्त भवनों को हटाना है यह सब नगर पालिका कर सकती है किंतु विभाग के द्वारा उसे बताया जाना चाहिए। अभी वह खंडर से बहुत ज्यादा लोग परेशान है क्योंकि झाड़ियां बहुत ज्यादा है और उसके साथ सांप बिच्छू का विचारण भी बढ़ गया है वही असामाजिक तत्वों नशेड़ियों की भी उपस्थित दिखती जा रही है।

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