देवास जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर बांगड़दा गांव से लोकतंत्र की सबसे खूबसूरत तस्वीर सामने आई। जहां 80 साल के बुजुर्ग को पलंग पर वोटिंग करवाने के लिए लाया गया। बुजुर्ग पद्मसिंह दो साल से बीमार हैं। कमर में हड्डी की समस्या होने से वे चल नहीं पाते हैं। बैठ भी नहीं सकते हैं। पद्मसिंह दो साल से पलंग पर ही हैं, वे पूर्व सरंपच भी रहे हैं। शुक्रवार को सुबह उन्होंने अपने पोते राहुल से कहा कि वोटिंग करना है।
उन्होंने उत्साह से दो तीन बार मतदान करने की बात कही। इसके बाद उन्हें गांव के स्कूल में स्थित बूथ क्रमांक 90 पर वोटिंग के लिए पलंग पर ही लाया गया। करीब आधा दर्जन से ज्यादा लोगों ने पलंग उठाई। मतदान केंद्र से पद्मसिंह का घर करीब 700 से 800 मीटर दूर है। उन्हें लाने में करीब 15 से 20 मिनट लगे। बूथ के कर्मचारी उन्हें उठाकर मतदान केंद्र के अंदर लेकर गए। जिसके बाद पद्मसिंह ने उत्साह से वोट डाला। पोते राहुल ने बताया कि कोविड काल से दादा बीमार है। कमर में हड्डी की समस्या की समस्या है।
109 वर्ष की आयु वाले बुजुर्ग ने किया अपने अधिकार का उपयोग

टोंकखुर्द/देवास। शुक्रवार को ग्रामीण चुनाव में ग्राम बुदासा के रहने वाले गंगाराम पाटीदार नेताजी अपने स्वजनों के साथ कुर्सी पर बैठकर मतदान केंद्र तक पहुंचे और मतदान का प्रयोग किया। 109 वर्ष की आयु में अपने अधिकार का उपयोग करते हुए बताया कि जब तक जीवन है तब तक अपने मतदान अधिकार का उपयोग करता रहूंगा। यह मेरे गांव व देश के विकास का मामला है। पाटीदार नेताजी मतदान केंद्र तक पहुंचते समय रास्ते में मिलने वाले लोगों से बोलते रहें सारे काम छोड़ दो सबसे पहले वोट दो। मतदान सभी ग्रामीणों का अधिकार है। मतदान केंद्र जाकर अपने अधिकार का सभी उपयोग करें।